सर्वश्रेष्ठ साइंटिफिक एंड एजुकेशनल गतिविधि
ग्रामीण क्षेत्रों में आंखों की विभिन्न बीमारियों के लिए संस्था का सर्वश्रेष्ठ जनजागरूकता अभियान
Kolkata : कोलकाता में आयोजित अखिल भारतीय नेत्र सोसाइटी के 82वें वार्षिक अधिवेशन के उद्घाटन सम्मारोह में झारखंड राज्य नेत्र सोसायटी को 100 से 500 सदस्यों की श्रेणी में एजुकेशनल एवं साइंटिफिक गतिविधियों के लिए सर्वश्रेष्ठ स्टेट सोसाइटी के राष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित किया गया. इस सम्मान को चेयरमैन साइंटिफिक कमिटी एवं मैनेजमेंट कमिटी की सदस्य डॉ. भारती कश्यप,(Dr. Bharti Kashyap) मैनेजमेंट कमिटी के सदस्य डॉ. बी.पी. कश्यप, (Dr. B.P. Kashyap) सेक्रेटरी डॉ. एस.के. मित्रा (Dr. S.K. Mitra) एवं प्रेसिडेंट डॉ. राज मोहन (Dr. Raj Mohan) ने संयुक्त रूप से ग्रहण किया। यह सम्मान रामकृष्ण मिशन अस्पताल के सेक्रेटरी स्वामी नित्याकामानंदा, आल इंडिया नेत्र सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ. हरबंश लाल एवं अमेरिका के वरिष्ठ नेत्र चिकित्सक डॉ. उदय देवगन के द्वारा प्रदान किया गया। इस सम्मान से झारखण्ड का नाम देश के क्षेत्र में तेजी से उभरा है।
इन क्षेत्रों में चला जन जागरूकता अभियान
मैनेजिंग कमिटी मेबर सह चेयरमैन साइंटिफिक कमिटी डॉ. भारती कश्यप (Dr. Bharti Kashyap) ने बताया कि झारखण्ड नेत्र सोसाइटी के बैनर तहत संथाल परगना, पलामू प्रमंडल, उत्तरी छोटानागपुर, दक्षिणी छोटानागपुर, कोल्हान के दूरदराज के क्षेत्रों में नेत्रदान, ग्लूकोमा, मोतियाबिंद और डायबिटिक रेटिनोपैथी के लिए जन जागरूकता अभियान चलाया गया।
झारखण्ड में बढ़ा है नेत्रदान
झारखंड नेत्र सोसाइटी द्वारा झारखण्ड में लगातार चलाए जा रहे नेत्रदान जागरूकता अभियानों से झारखण्ड में नेत्रदान बढ़े हैं
डायबिटिज से हमेशा के लिए होने वाली दृष्टिहीनता से बचा जा सकता है
डायबिटिक रेटिनोपैथी के लिए लोगों के बीच जागरूकता फैलाने से डायबिटिज से हमेशा के लिए होने वाली दृष्टिहीनता से बचा जा सकता है
ग्लूकोमा की स्क्रीनिंग के लिए लोगों को जागरूक करना जरूरी
ग्लूकोमा से पीड़ित आधे लोगों को यह नहीं पता होता कि उन्हें यह बीमारी है क्योंकि उन्हें ग्लूकोमा का कोई प्रारंभिक लक्षण नहीं होता है। ग्लूकोमा के उच्च जोखिम वाले प्रत्येक व्यक्ति की दृष्टि की रक्षा करने का सबसे अच्छा तरीका ग्लूकोमा की स्क्रीनिंग के लिए लोगों को जागरूक करना है।
पोस्ट ग्रेजुएट छात्रों को दिया गया सर्जिकल प्रशिक्षण
कश्यप मेमोरियल आई हॉस्पिटल रांची, रिम्स रांची, बोकारो जेनेरल हॉस्पिटल एवं सी.सी.एल. रांची के पोस्ट ग्रेजुएट छात्रों को शैक्षणिक गतिविधियों के साथ-साथ वेट लैब के द्वारा सर्जिकल प्रशिक्षण भी दिया गया।
कई साइंटिफिक सेमिनारों का अलग-अलग शहरों में आयोजन
पूरे राज्य में नेत्र चिकित्सा की नई तकनीकों से नेत्र चिकित्सकों को अवगत कराने के लिए कई साइंटिफिक सेमिनारों का अलग-अलग शहरों में आयोजित किया गया।