न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
प्रवर्तन निदेशालय को शक है कि मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के केस को साहिबगंज पुलिस ने कमजोर करने का प्रयास किया है। पुलिस एफआईआर को कमजोर करके पंकज मिश्रा और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग जांच को खराब करने की कोशिश कर रही है।
पंकज मिश्रा समेत अन्य मामलों में पूछताछ करने के लिए ईडी ने 5 दिसम्बर को बिरसा जेल के सुपरिटेंडेंट हामिद अख्तर सहित चार लोगों को समन देकर अपने ऑफिस बुलाया है। बरहरवा टोल प्लाजा मामले के जांच अधिकारी शरफुद्दीन खान को समन जारी किया है। पंकज मिश्रा के ड्राइवर सूरज पंडित और चंदन को ईडी ने 6 दिसंबर और 7 दिसम्बर को ईडी ऑफिस आने को कहा है।
पंकज मिश्रा को कैसे मिली क्लीन चिट?
बरहरवा टोल प्लाजा मामले में पंकज मिश्रा को मिली क्लीन चिट पर ईडी को संदेह है। इसकी गहराई से जांच करना चाहता है। ईडी ने पहले शरफुद्दीन खान का बयान दर्ज किया था। जांच एजेंसी को संदेह है कि कहीं साहिबगंज पुलिस उन पुलिस एफआईआर को कमजोर करके पंकज मिश्रा और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग जांच को खराब करने की कोशिश तो नहीं की है। बता दें कि दुमका रेंज के डीआईजी ने ईडी की आशंकाओं को खारिज करते हुए एक विस्तृत प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि आरोप सिद्ध नहीं होने के कारण पंकज मिश्रा को दो मामलों में क्लीन चिट दे दी गई है।
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