न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
झारखंड की राजधानी रांची के धुर्वा में स्थित जेएससीए स्टेडियम एक बार फिर चर्चा में है। चर्चा इसलिए नहीं हो रही कि यहां फिर कोई अंतरराष्ट्रीय मैच होने वाला है, बल्कि इस बार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की वक्र दृष्टि स्टेडियम के निर्माण में हुए खर्चे पर पड़ी है। हालांकि यह विषय पहले भी चर्चा में रहा है। इसको लेकर कोर्ट में केस भी दर्ज है। जानकारी के अनुसार अगली सुनवाई 19 अक्तूबर को भी है।
स्व. अमिताभ चौधरी की छत्र-छाया में धुर्वा में खड़ा हुआ जेएससीए स्टेडियम अपने शुरुआती दिनों से ही इस पर हुए खर्चे को लेकर चर्चा में रहा है। जैसा कि सभी जानते हैं कि झारखंड में जमशेदपुर के कीनन स्टेडियम में ही पहले अंतरराष्ट्रीय मैच होते थे। कीनन स्टेडियम छोटा होने की वजह से इसके हाथ से कुछ अंतरराष्ट्रीय मैच भी निकल चुके हैं। इसको लेकर और झारखंड राज्य बनने के बाद राजधानी रांची में एक स्टेडियम की आवश्यकता महसूस होने पर इसकी नींव पड़ी थी। JSCA स्टेडियम का निर्माण विवादों में रहे मेसर्स राम कृपाल सिंह कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड ने किया है। बता दें, जेएससीए स्टेडियम के निर्माण का ढिंढोरा पीटकर ही राम कृपाल सिंह कंस्ट्रक्शन ने स्टेडियम के ही पास में नये विधानसभा का कॉन्ट्रैक्ट हासिल किया था। पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के काल में बने विधानसभा के निर्माण में अनिमितता का आरोप लगा है और सीएम हेमंत सोरेन इसकी जांच भी करवा रहे हैं।
स्टेडियम के निर्माण पर 252 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान जताया गया है। जेएससीए ने 31 मार्च, 2013 को जो वार्षिक रिपोर्ट जारी की थी, उसमें स्टेडियम के खर्च पर 221 करोड़ बताया गया था। हालांकि 2013 में इस स्टेडियम में भारत और इंगलैंड के बीच पहला वनडे मैच खेला गया था। लेकिन इसके बाद भी स्टेडियम के कई अधूरे काम भी होते रहे। इसलिए अनुमान यह लगाया जा रहा है कि स्टेडियम निर्माण पर 250 करोड़ के आसपास खर्च हुए होंगे।
खर्च को लेकर ईडी से की गयी शिकायत
जानकारी के अनुसार स्टेडियम के निर्माण के लिए 737203169.70 रुपये का टेंडर निकाला गया था, लेकिन निर्माण खर्च बढ़ कर करीब 250 करोड़ हो गया है। टेंडर की प्रक्रिया में गड़बड़ी और इसकी निर्माण लागत तीन गुना बढ़ने की शिकायत की गयी थी। स्टेडियम निर्माण की लागत में वृद्धि व बीसीसीआई से मिलनेवाली राशि में गड़बड़ी का मामला न्यायालय में विचाराधीन है।
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