Jharkhand: INDI गठबंधन में छाने लगी है निराशा? प्रत्याशी तैयार, बिना घोषणा कैसे शुरू करे तैयारी

Jharkhand: Disappointment is beginning to creep into the INDI alliance? candidate ready

बिना तैयारी कैसे लगेगी गठबंधन की नैया पार

लोकसभा चुनाव का ऐलान हो चुका है। देश में प्रथम चरण के मतदान की अधिसूचना के बाद नामांकन का दौर भी शुरू हो गया है। 400 सीटों की जीत का लक्ष्य लेकर चुनावी मैदान में कूद चुकी भाजपा ने 400 से ज्यादा उम्मीदवारों के नामों का ऐलान भी कर दिया है। वहीं, बिहार ही नहीं, झारखंड में इंडी गठबंधन अभी तक सिर्फ बैठकों के दौर में ही उलझा हुआ है। यहां सीटों का बंटवारा और प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कब होगा, किसी को पता नहीं। भाजपा ने तो  झारखंड से अपने 13 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है। एक सीट भाजपा ने आजसू के लिए छोड़ी है। लेकिन, झारखंड की प्रमुख विपक्षी पार्टियां झामुमो और कांग्रेस अभी इसी विवाद में उलझी हैं कि कौन कितनी सीटों पर लड़ेगा। दोनों ही पार्टियों के शीर्ष नेताओं द्वारा यह आश्वासन दिया जा रहा है कि शीघ्र ही सीटों का बंटवारा जल्द कर लिया जायेगा, लेकिन कब तक, इसका जवाब किसी के पास नहीं है।

सीटों और प्रत्याशियों के नामों की घोषणा नहीं होने से विपक्ष में हताशा

जैसे-जैसे चुनाव की तारीखें नजदीक आ रही हैं, विपक्षी दलों (झामुमो, कांग्रेस, राजद, वाम दल) में हताशा का माहौल साफ दिखने लगा है। जब तक किस सीट पर कौन पार्टी चुनाव लड़ेगी, किस सीट पर कौन-सा प्रत्याशी मैदान में उतरेगा, जब तक इसकी घोषणा नहीं हो जाती, उनकी चुनावी तैयारियां कैसे आगे बढ़ेंगी। इनकी जब तैयारी शुरू होगी तब तक समय भी तो बीत चुका होगा। अब जैसे रांची संसदीय सीट से कांग्रेस के सुबोध कांत सहाय के नाम की चर्चा हो रही है। या फिर धनबाद से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के नाम की चर्चा हो रही है। संयोग वश ये सीटों अगर कांग्रेस के पास नहीं रहती हैं तो आप ही बताइये ये दोनों प्रत्याशी किस लिए चुनावी तैयारी करेंगे। और इनके नामों की घोषणा हो भी जाती है तो पूरी तैयारी भला यो कैसे कर पायेंगे?

गठबंधन में सीटों का बंटवारा अभी तक तय नहीं!

कुछ दिनों पहले यह खबर आयी थी कि झारखंड में गठबंधन में सीटों पर बंटवारा हो चुका है। कांग्रेस 7 और झामुमो 5 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। 1 सीट राजद के खाते में आयेगी। गठबंधन के इस इशारे के बाद राजद ने साफ कर दिया है कि उसे झारखंड में 3 सीटें चाहिए। इतना ही नहीं, चतरा से विधायक और मंत्री सत्यानन्द भोक्ता ने चतरा लोकसभा सीट पर अपना दावा प्रस्तुत कर दिया है। यानी झारंखंड में अभी भी ड्रामे का पूरा स्कोप है।

कांग्रेस के साथ सबसे बड़ी समस्या प्रत्याशी की तलाश

लोकसभा चुनाव सर पर आ चुका है। लेकिन सच कहा जाये तो कांग्रेस अभी तक अपने प्रत्याशी की तलाश में जुटी हुई है। कांग्रेस का यह मसला सिर्फ झारखंड में ही नहीं है, यह समस्या तो उसे देश में ही उसके लिए है। सुबोध कांत सहाय तो माना कि कांग्रेस के दिग्गज नेता है, उनके चुनावी मैदान में उतरने में कोई समस्या नहीं है। भाजपा के जेपी पटेल को कांग्रेस में शामिल कर कांग्रेस ने हजारीबाग के लिए भी एक प्रत्याशी ढूंढ लिया है। इसके बाद कांग्रेसी प्रत्याशियों के नामों का टोटा आपको दिखायी देगा। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, या फिर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के नामों की चर्चा भी इसी समस्या का परिणाम है। जबकि ये दोनों ही नेता पहले भी चुनाव लड़ने से आनाकानी कर चुके हैं। इसलिए समझा जा सकता है कि खास कर कांग्रेस की ओर से प्रत्याशियों के नामों की घोषणा में क्यों देरी हो रही है।

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

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