न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस झारखंड-बिहार
रांची उपायुक्त छवि रंजन और रांची एसएसपी सुरेन्द्र कुमार झा ने संयुक्त प्रेस वार्ता में शुक्रवार की घटना पर कहा कि रांची में स्थिति और बुरी हो सकती थी, हमने उसे टाला है। दोनों वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को रांची में हुई हिंसक घटना और उसकी बाद की स्थिति की समीक्षा के लिए प्रेस वार्ता बुलाई थी। दोनों अधिकारियों ने कहा कि रांची में स्थिति अब शांति पूर्ण है, लेकिन एहतियात के तौर पर अब सिर्फ 6 थाना क्षेत्रों में धारा 144 लागू है। 3500 जवान शहर की निगरानी कर रहे हैं और शहर में अब शांति बहाल है। लेकिन जिन इलाकों में निषेधाज्ञा लागू है वहां लोग अभी भी अनावश्यक भीड़ लगाने से बचें। यहां तक कि दुकानों में भी चार लोगों से ज्यादा लोग एक साथ खरीदारी न करें।
शांति और अमन चैन कायम रहेगा – डीसी
उपायुक्त छवि रंजन ने प्रेस वार्ता में बताया कि शुक्रवार को हुई हिंसक घटना हुई में दो लोग मारे गये। उसके बाद शहर की स्थिति तनावपूर्ण हो गयी। जिसके बाद 12 इलाकों में धारा 144 लगानी पड़ी। लेकिन स्थिति सामान्य होने के बाद छह थाना क्षेत्रों से कर्फ्यू हटा लिया गया है। हिंसक वारदात के बाद पुलिस कार्रवाई पर उन्होंने कहा कि उस दिन जो कुछ भी हुआ, फोर्स के कारण ही नियंत्रित किया जा सका। पुलिस ने वही किया जो उसे करना चाहिए था। उन्होंने लोगों से अपील की वे शांति बनाये रखें। लोगों के सहयोग से ही शहर में शांति और अमन-चैन कायम रहेगा। डीसी ने कहा कि शहर में एहतियात के तौर पर इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गयी थीं, जिसे फिर से शुरू कर दिया गया है। फिलहाल राजधानी की स्थिति नियंत्रण में है।
हमें कब, क्या करना है, इसकी ट्रेनिंग – एसएसपी सुरेन्द्र कुमार झा
रांची एसएसपी सुरेन्द्र कुमार झा ने शुक्रवार की हिंसक झड़प के बाद पुलिस द्वारा की गयी कार्रवाई के हर बिन्दु को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि स्थिति और भी बुरी हो सकती थी, लेकिन हमने उसे कंट्रोल किया। भीड़ को कंट्रोल करने के लिए जो करना चाहिए था हमने किया। ‘गोली क्यों चलायी पड़ी’ के जवाब में उन्होंने कहा कि हमें कब, क्या करना है, इसकी ट्रेनिंग दी जाती है। हमने वही किया जो आवश्यक था। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए फोर्स का इस्तेमाल जरूरी था, इसलिए हमें बल प्रयोग करना पड़ा। हिंसा और न फैले इसके लिए भी बल प्रयोग जरूरी था। हमने 38 सेंसेटिव इलाकों को चिह्नित कर सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किये।
एसएसपी ने कहा कि हिंसा में शामिल लोगों की लगातार पहचान की जा रही है। अब तक 22 लोगों पर नामदर्ज प्राथमिकी की गयी है। एसएसपी ने कहा कि हम सोशल मीडिया पर लगातार नजर बनाये हुए हैं। जो भी भड़काऊ पोस्ट करेगा, उस पर कार्रवाई की जायेगी। एसएसपी ने समाज को संदेश दिया कि नफरत से समाज नहीं बनता है। प्रेस वार्ता में किये गये सवाल पर कि ‘हिंसा के लिए कौन से चेहरे जिम्मेदार है’ पर उन्होंने कहा कि बहुत-सी चीजें हमारे लिए अभी भी जांच का विषय है, उस पर हम आगे बढ़ रहे हैं।
यह भी पढ़ें: Jharkhand: रांची में हुई हिंसक झड़प के बाद बंद इंटरनेट सेवा बहाल, फसाद की जड़ तक पहुंचने के लिए जांच कमेटी गठित