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Jharkhand: CM हेमंत सर, हम पार्टी कार्यकर्ताओं की भी सुनिये, Post में अपने प्रिय नेता से क्या कहना चाहते हैं यूजर्स

Jharkhand: CM Sir, we should also listen to the party workers, what the users said in the post

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

कोई भी पार्टी हो, उसका पार्टी कार्यकर्ताओं के बगैर पार्टी के अस्तित्व की कल्पना नहीं की जा सकती। पार्टी में कुछ भी होता है तो उसके असर से कार्यकर्ता अछूते नहीं रहते। कुछ तो उसे चुपचाप देखते-सुनते रहते हैं, लेकिन कुछ संवेदनशील कार्यकर्ता अपनी भावनाएं व्यक्त करने से नहीं चूकते। आखिर वे भी तो अपनी पार्टी, अपने प्रिय नेता की भलाई चाहते हैं।

अपनी पार्टी और अपनी भावनाओं को व्यक्त करने वाला एक पोस्ट वायरल हुआ है, जिस पर उनके प्रिय नेता ने अपनी प्रतिक्रिया भी व्यक्त कि है। पोस्ट निखिल नामक एक झारखंड मुक्ति मोर्च के कार्यकर्ता ने भेजा है। अपने पोस्ट के माध्यम ने उन्होंने अपने नेता और राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को न सिर्फ संदेश दिया, बल्कि कुछ बातों से आगाह भी किया है।

आप भी पढ़िये निखिल ने अपने पोस्ट में सीएम हेमंत को कौन-सा संदेश दिया है-

माननीय सर! @HemantSorenJMM जी जोहार! मुझे आज भी याद जब आप सोशल मीडिया कभी-कभी खुद देखा करते थे। आपके पास सैमसंग एस10 प्लस मोबाइल हुआ करता था। तब आप फोटो देखकर कार्यकर्ताओं के नाम जानते थे, लेकिन पीडीएजी (पॉलिटिकल एडवाइजरी ग्रुप) ने आपको कार्यकर्ताओं से दूर करने में पूरी ताक़त झोंक दी और वह सफल हुए। जनवरी 2021 के मीटिंग में कहा गया था, आईपीआरडी में हम सोशल मीडिया कार्यकर्ताओं को रखा जाएगा, लेकिन पीजीएजी के लोगों को रख लिया गया। इन्होंने हालात कुछ ऐसा बना दिया है कि अब कोई कार्यकर्ता एक्टिव नहीं और न ही कोई ऑफिशल ट्वीटर हैंडल को अपना ट्वीट टैग करते हैं, न कोई रीट्वीट करता है। हाल यही रहा तो पीडीएजी कंपनी को 2024 में कार्यकर्ता बनाना पड़ेगा। सादर!

निखिल के इस पोस्ट पर सीएम हेमंत सोरेन ने रिप्लाई भी दिया है- उन्होंने उनकी भावनाओं का सम्मान करते हुए कहा- थैंक यू निखिलजी!

निखिल के पोस्ट पर पार्टी के समर्थकों ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। अशरफ अली नामक एक यूजर्स ने लिखा- निखिल जी आप तो बात सही रख रहे है पर इस तरह यहाँ कर बात रखना या अपनी सोच जाहिर करना कहा तक उचित है आप भी बखूबी समझ रहे होंगे।इस तरह अगर रहा तो पार्टी को कही से भी मजबूती नही मिलेगी।मैं माफी चाहता हूं।

वहीं Youth Icon Shri Hemant [email protected] ने पोस्ट किया- कार्यकर्ताओं को रिसोर्सेज के रूप में इस्तेमाल करती है यह कंपनी. मेहनत हेमन्त सर के योद्धा करते हैं और फायदा कंपनी को मिलता है।

एक अन्य यूजर [email protected] ने कहा – झारखंड मुक्ति मोर्चा से अब इनके समर्पित कार्यकर्ताओं का भी मोह भंग हो रहा है ऐसा क्यों मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी को गंभीरतापूर्वक सोचना चाहिए नहीं तो 2024 नजदीक है आगामी चुनाव की तैयारी में मात्र 1 साल बचा है और jmm अपने कार्यकर्ताओं से दूर होता जा रहा है।

इन पोस्ट के बीच एक यूजर की निराशा भी दिखाई दी। Awdhesh [email protected] का कहना है- हमलोग आपके बात से सहमत हैं लेकिन क्या फायदा ये बात भी उन तक पहुंचने नही दिया जाएगा।

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