Jharkhand Budget Session रांचीः सोमवार को झारखंड विधानसभा का बजट सत्र (Jharkhand Budget Session) हंगामेदार रहा. सदन की शुरुआत ही नियोजन नीति को लेकर हंगामे के साथ हुई. यह कब तक लागू होगी. नयी नियोजन को बनाने का आधार क्या है. जैसे प्रश्नों के बीच विपक्ष के विधायक वेल तक पहुंच कर हंगामा किए. वहीं जेएमएम विधायक लोबिन हेंब्रम ने कहा कि नियोजन नीति को पहले सदन में लाना था पर सरकार ने कैबिनेट में लाया जो सदन का अपमान है. इस बीच बढ़ते हंगामे की वजह से विधानसभा अध्यक्ष ने सदन को 12.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया.
नाय चलतो- नाय चलतो के नारे से सदन गूंजता रहा
विपक्षी विधायकों के सदन के बाहर हंगामे के साथ झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे चरण की शरुआत हुई. सदन के बाहर भाजपा के विधायकों ने हंगामा किया. जहां नियोजन नीति पर भाजपा के विधायकों ने साफ तौर पर कहा कि नियोजन नीति में 60-40 नाय चलतो. भाजपा के विधायकों ने ठगने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की. भाजपा विधायक ढुल्लू महतो ने कहा कि यह सरकार युवा विरोधी है. वहीं विधायक नीरा यादव ने कहा कि युवा-युवतियों को ठगनेवाली सरकार को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए. प्रश्नकाल के दौरान नाय चलतो- नाय चलतो के नारे से सदन गूंजता रहा. झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक लोबिन हेंब्रम अपनी ही सरकार को निशाना साधते रहे. इस दौरान विपक्ष सरकार से इस मुद्दे पर चर्चा कराने के लिए सदन में मांग करता रहा. विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के विधायक इस दौरान बेल में पहुंचकर नारेबाजी करने लगे. हंगामा बढ़ता देख सदन की कार्यवाही दोपहर 12:30 बजे तक के लिए स्पीकर रवींद्र नाथ महतो ने स्थगित करने की घोषणा की. दोपहर 12:30 सदन की कार्यवाही एक बार फिर शुरू हुई तो विपक्ष के द्वारा एक बार फिर यह मुद्दा उठाया गया. किसी तरह सदन में विधायक प्रश्न उठाते रहे.
विधायकों के वेतन बढ़ाने की मांग उठी
भोजनावकाश के बाद सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे से एक बार फिर शुरू हुई. सदन में भाजपा विधायक अमित मंडल ने बजट पर वाद विवाद के दौरान सरकार की नीति से जुड़े वायदों पर सवाल खड़े किए दिल्ली में विधायकों की सैलरी बढ़ी, तो झारखंड विधानसभा में भी विधायकों के वेतन बढ़ाने की मांग उठी. विधायक भानु प्रताप शाही ने सदन में बजट पर चर्चा के दौरान सूचना देने के लिए वक्त मांगा. उन्होंने विधानसभा में विधायकों के वेतन बढ़ाने की मांग रखी. उन्होंने कहा कि पक्ष और विपक्ष के सभी विधायक यही चाहते हैं कि उनका वेतन दिल्ली के विधायकों के इतना होना चाहिए. इसके लिए हमने पहले भी मुख्यमंत्री जी और आपको ( विधानसभा अध्यक्ष) चिट्ठी सौंपी थी.

स्पीकर पर मनमानी और पक्षपात करने का आरोप लगा
बजट पर पक्ष रख रहे विधायक प्रदीप यादव का निर्धारित समय से ज्यादा समय तक संबोधन होने पर भाजपा विधायकों ने सवाल खड़ा करते हुए स्पीकर पर मनमानी और पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए सदन से वाक आउट कर गए. भाजपा विधायक सीपी सिंह ने नाराजगी जताते हुए कहा कि प्रदीप यादव कांग्रेस के विधायक हैं या झारखंड विकास मोर्चा के हैं या निर्दलीय विधायक हैं, इसे स्पष्ट करना चाहिए. उन्हें समय जो निर्धारित की गई है वह किस हैसियत से की गई है. सीपी सिंह ने विधानसभा अध्यक्ष पर पक्षपात पूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए सदन की मर्यादा को बनाने में असफल रहने का आरोप लगाया.
जेएमएम विधायक ने साधा निशाना
उधर विपक्ष के रुख पर आपत्ति जताते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने पलटवार करते हुए कहा कि एक तरफ भाजपा विधायक अमित मंडल कह रहे कि देश में महंगाई है ही नहीं और दूसरी तरफ उन्हीं के पार्टी के विधायक भानु प्रताप का कहना है कि महंगाई बढ़ गई है, वेतन बढ़ाना चाहिए. भाजपा विधायक सदन में चर्चा में भाग लेने के बजाय बहाना बनाकर वकआउट करते रहे हैं. अमित मंडल को जो समय निर्धारित किया गया था, उसमें उन्होंने करीब 7 मिनट अधिक समय तक अपना वक्तव्य दिया था. उस समय सत्ता पक्ष के लोग उनकी बातों को सुनते रहे थे. सदन की मर्यादा होती है. प्रदीप यादव 2 मिनट अतिरिक्त समय की मांग करते हुए अपनी बातों को पूरी करने का आग्रह सदन में कर रहे थे. ऐसे में भाजपा विधायक उनकी बातों को सुनने के बजाय सदन से बाहर निकल गए. बहरहाल आरोप-प्रत्यारोप के बीच सदन की कार्यवाही दिन भर चलती रही.