न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
हेमंत सोरेन सरकार गिराने का आरोप झेल रहे रवि केजरीवाल की गिरफ्तारी पर हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है। अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट गुरुवार को कहा कि अगली सुनवाई तक रवि केजरीवाल गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। इसको लेकर झारखंड सरकार की ओर से हाईकोर्ट में अंडर टेकिंग दी गयी है। जस्टिस एके चौधरी की अदालत ने झारखंड सरकार को पूरक प्रति शपथ पत्र दाखिल करने की अनुमति प्रदान की है।
झारखंड सरकार की ओर से अपर महाधिवक्ता ने प्रति शपथ पत्र दाखिल करने के लिए समय मांगा जिसका विरोध पूर्व महाधिवक्ता अजीत कुमार ने किया। अजीत कुमार ने दलील दी कि अदालत पूर्व में एक अन्य आरोपित अशोक अग्रवाल के मामले में प्राथमिकी देख चुकी है। रवि केजरीवाल पर भी समान मामला है। ऐसे में झारखंड सरकार की ओर से समय की मांग की मंशा को समझा जा सकता है।
कौन हैं रवि केजरीवाल
बता दें, हेमंत सोरेन की झारखंड सरकार गिराने की साजिश का आरोप रवि केजरीवाल पर लगा है। रवि केजरीवाल का झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन से वर्षों का रिश्ता रहा है। रवि लंबे समय तक झामुमो कोषाध्यक्ष रहे हैं। रवि केजरीवाल हेमंत सोरेन की पहली 14 महीने की सरकार में सीएम के साथ साये की तरह रहते थे। सरकार में रवि केजरीवाल की तूती बोला करती थी, लेकिन 2019 में बनी हेमंत सोरेन सरकार में हाशिए पर चले गए। यहां तक कि उनको पार्टी से बाहर का रास्ता भी दिखा दिया गया।