न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
गढ़वा और लातेहार सीमा पर स्थित बूढ़ा पहाड़ नक्सलियों से अब मुक्त है। लेकिन स्थानीय ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान अभी बाकी है। बूढ़ा पहाड़ के ग्रामीणों की समस्याओं पर झारखंड सरकार की नजर है। इसी के मद्देनजर झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन गणतंत्र दिवस के दूसरे दिन यानी 27 जनवरी को बूढ़ा पहाड़ जायेंगे और स्थानीय ग्रामीणों की समस्याओं को सुनेंगे। समस्याएं सुनने के बाद उनका समाधान भी सीएम करेंगे और कई घोषणाएं भी करेंगे। हेमंत सोरेन राज्य के पहले मुख्यमंत्री हैं, जो बूढ़ापहाड़ के इलाके में पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री के दौरे के समय गढ़वा और लातेहार की प्रशासनिक टीम तो मौजूद रहेगी ही, इस दौरान मुख्य सचिव, गृह सचिव, डीजीपी और सीआरपीएफ के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।
लम्बे संघर्ष के बाद बूढ़ा पहाड़ नक्सलियों से हो चुका है मुक्त
बता दें, माओवादियों के खिलाफ ऑपरेशन ऑक्टोपस चला कर बूढ़ा पहाड़ को आतंक से मुक्त कराया जा चुका है। जहां पर कल तक नक्सली अपना डेरा जमाये हुए थे, अब वहां सुरक्षाबलों ने कब्जा जमा लिया है। सुरक्षाबलों के अभियान के बाद माओवादी बूढ़ापहाड़ को छोड़कर भाग गए हैं। बूढ़ा पहाड़ पर सुरक्षाबलों ने आधा दर्जन के करीब अपने कैंपों को स्थापित किया है। इन कैंपों में कोबरा, सीआरपीएफ, जगुआर के जवान तैनात हैं।
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