न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कर्नाटक के विधानसभा चुनावों की तिथियों का ऐलान कर दिया है। कर्नाटक विधानसभा की 224 सीटों पर 1 चरण में मतदान का ऐलान किया गया है। मतों की गणना 13 मई को होगी। यानी 13 मई को पता चल जायेगी कि कर्नाटक में किसकी सरकार बनी है। भाजपा यहां एक फिर सत्ता में वापसी का प्रयास कर रही है। वहीं कांग्रेस भाजपा को सत्ता से हटाने में जुटी हुई है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है निष्पक्ष चुनाव करवाना हमारी प्राथमिकता है।मुख्य चुनाव आयुक्त ने जानकारी दी कि कर्नाटक में कुल 5.22 करोड़ मतदाता हैं, 9.17 लाख नए वोटर्स हैं जो पहली बार मतदान करेंगे। 80 साल के अधिक उम्र के वोटर्स को पहली बार घर से वोट करने की सुविधा प्रदान की जाएगी। राज्य में करीब 17 हजार वोटर्स ऐसे हैं जिनकी उम्र 100 साल के पार जा चुकी है। कर्नाटक में 58 हजार से ज्यादा पोलिंग बूथ बनाये गये हैं।
कर्नाटक में वर्तमान में भाजपा की सरकार है और वह दोबारा सत्ता में आने की कोशिशों में लगी है। वहीं कांग्रेस अपने पुराने गढ़ कर्नाटक में फिर से अपनी पैठ बनाने का प्रयास कर रही है। बता दें, कांग्रेस की भी कर्नाटक चुनाव की तैयारियां चल रही हैं। कांग्रेस के साथ जनता दल (एस) ने अपने-अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं की है, लेकिन उसने यहां अपनी चुनावी तैयारियां पहले से ही शुरू कर दी हैं।
कर्नाटक विधानसभा में 224 सीटें हैं। वर्तमान में भाजपा+ के पास 117 सीटें हैं। भाजपा ने इस चुनाव में अकेले 104 सीटों पर कब्जा किया था। दूसरी बड़ी पार्टी कांग्रेस+ है जिसके पास 69 सीटें हैं। जनता दल (एस) की 32 सीटें हैं जबकि अन्य के हाथ 6 सीटें आयी थीं। लेकिन इस बार जो अनुमान लग रहे हैं, उसमें भाजपा के लिए यह स्थिति नहीं रहने वाली है। अगर भाजपा फिर से कर्नाटक में सरकार बनाने में सफल होती है तो य माना जायेगा कि भाजपा अब दक्षिण भारत के राज्यों में अपनी पैठ जमाने लगी है। चुनौतियां कांग्रेस के सामने भी हैं। कांग्रेस दक्षिण भारत में ही सीमित है, इसलिए उसके सामने अपनी बची-खुची साख को जिंदा रखने की चुनौती है। इसके अलावा राहुल गांधी के ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की सार्थकता सिद्ध करने की भी बड़ी चुनौती है। भारत जोड़ो यात्रा अभियान में कितना दम है इसका भी टेस्ट इस विधानसभा चुनाव में हो जायेगा। एक बड़ी बात और कि कांग्रेस राहुल गांधी के लोकसभा की अयोग्यता मुद्दे को कितना भुना पाने में सफल हो पाती है।
बता दें. 2018 विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस ने उप-चुनावों में भी दो और सीटें जीती थीं। इसके बाद कांग्रेस ने जनता दल (एस) के साथ सरकार बनाने के लिए गठबंधन किया। हालांकि जून 2020 में विधानसभा में विश्वास मत हारने के बाद गठबंधन सरकार गिर गई थी। इसके बाद भाजपा के सत्ता में एक बार फिर वापसी की थी।
और पांच राज्यों में होने हैं विधानसभा चुनाव
2023 में त्रिपुरा, नगालैंड और मेघालय में विधानसभा चुनाव हो चुके हैं। अगला चुनाव कर्नाटक में होने जा रहा है। इसके बाद इस साल पांच अन्य राज्यों में विधानसभा इस साल चुनाव होने हैं। इस साल राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात, तेलंगाना और हिमाचल में भी चुनाव होने हैं। वैसे, जम्मू-कश्मीर में भी चुनाव होने की अटकलें लगायी जा रही हैं। 2023 में हो रहे विधानसभा के ये चुनाव 2024 के लोकसभा चुनावों की तैयारी के रूप में देखे जा रहे हैं।
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