न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
भारत ने IT के क्षेत्र में बहुत बड़ी कामयाबी हासिल कर ली है। इसकी सफलता विदेशी मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम पर निर्भरता को काफी कम कर देगी। भरोस (BharOS) अपने नाम के अनुरूप काफी भरोसेमंद होगा। क्योंकि इसमें ऐसी व्यवस्था की गयी है कि डाटा चोरी होने के लिहाज से काफी सुरक्षा प्रदान करेगा। BharOS की टेस्टिंग हो चुकी है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को BharOS की टेस्टिंग की।
इस मेड-इन-इंडिया ऑपरेटिंग सिस्टम को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मद्रास द्वारा विकसित किया गया है। बताया जा रहा है कि इस ऑपरेटिंग सिस्टम के आने के बाद गूगल के एंड्रॉयड और एप्पल के आईओएस जैसे ऑपरेटिंग सिस्टम पर देश की निर्भरता कम होगी।
बताया जा रहा है कि लेटेस्ट ऑपरेटिंग सिस्टम का सरकारी महकमों के साथ पब्लिक सिस्टम में भी इस्तेमाल किया जाएगा। इससे सरकारी डेटा को सुरक्षित करने में मदद मिलेगी। यानी भारतीय यूजर्स को सेफ एक्सपीरिएंस देने में यह ऑपरेटिंग सिस्टम मदद करेगा। अभी तक देश में ज्यादातर स्मार्टफोन गूगल के एंड्रायड ओएस पर चलते हैं।
गौरतलब है कि भारत दुनिया के सबसे बड़े स्मार्टफोन मार्केट में से एक है. यहां 1 अरब से ज्यादा मोबाइल यूजर्स हैं, जिनमें स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने वालों की बड़ी संख्या है. सरकार चाहती है कि इतनी बड़ी आबादी के लिए स्वदेशी ऑपरेटिंग सिस्टम होना चाहिए. फिलहाल 97 प्रतिशत स्मार्टफोन एंड्रायड आपरेटिंग सिस्टम पर चलते हैं. बाकी के स्मार्टफोन एप्पल के आईओएस ऑपरेटिंग सिस्टम पर निर्भर हैं।
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