7 अगस्त को भारतीय अंतरिक्ष शोध संस्थान (ISRO) अब तक के सबसे छोटे कमर्शियल रॉकेट से AzaadiSAT (आजादीसैट) सैटलाइट को लॉन्च करने वाला है। यह रॉकेट अपने साथ तिरंगा (tricolur in space)लेकर जाएगा और आसमान में लहराएगा। आजादीसैट सैटेलाइट का वजन आठ किलोग्राम है। इसमें अपने ही सोलर पैनल की फोटो खींचने के लिए कैमरे लगे हैं। साथ ही लंबी दूरी के संचार ट्रांसपोंडर भी है। यह सैटेलाइट 6 महीने तक कार्य करेगा। यह सैटेलाइट आजादी का अमृत महोत्सव समारोह का हिस्सा है।
पीएम ने की थी अंतरिक्ष में तिरंगा लहराने की बात
चार साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ही कहा था कि आजादी की 75वीं वर्षगांठ में भारत अंतरिक्ष में तिरंगा लहराएगा। अब ISRO इस वादे को पूरा करने जा रहा है।
ISRO कर रहा है खास प्रयोग
पीएम मोदी ने कहा था कि गगनयान मिशन के जरिए राष्ट्रध्वज को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा। इस मिशन में मानव भी अंतरिक्ष में जाएगा। हालांकि मिशन में देरी की वजह से अभी यह वादा तो पूरा नहीं हो पाया, लेकिन इस मौके पर ISRO खास प्रयोग कर रहा है जो कि भविष्य के लिए बहुत उपयोगी सिद्ध हो सकता है।

ग्रामीण इलाकों की छात्राओं ने बनाया है
‘AzaadiSAT’ को 750 ग्रामीण इलाकों की छात्राओं ने बनाया है और यह 75 तरह के काम करेगा। ग्रामीण छात्राओं को शोध और विज्ञान की तरफ प्रेरित करने के लिए यह प्रोजेक्ट चलाया गया था जिसके तहत छात्राओं ने मिलकर स्मॉल सैटलाइट तैयार किया है।
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