23 साल के झारखंड में 13 बार बदले मुख्यमंत्री, 13वीं बार फ्लोर टेस्ट

झारखंड विधानसभा में थोड़ी देर बाद तीसरी बार मुख्यमंत्री बने हेमंत सोरेन की सरकार का फ्लोर टेस्ट होने वाला है। झारखंड राज्य को बने 23 साल से ज्यादा का समय हो गया है, लेकिन इस राज्य की विडम्बना भी अलग ही रही है। 23 साल 8 महीने के युवा झारखंड ने अब तक 13 बार मुख्यमंत्रियों की अदलाबदली देखी, 13 बार सरकार को फ्लोर टेस्ट देना पड़ा, तीन बार राष्ट्रपति शासन भी लगा। कुछ महीने बाद फिर विधानसभा होने वाला है यानी झारखंड में एक और सरकार बनेगी और एक और फ्लोर टेस्ट होगा।

रघुवर दास ही एक मात्र ऐसे मुख्यमंत्री झारखंड को मिले, जिन्होंने पांच वर्षों का अपना कार्यकाल पूरा किया। इसके बाद सबसे लम्बा कार्यकाल हेमंत सोरेन सरकार ने ही पूरी की। हेमंत सोरेन ने 4 साल 1 माह का लगातार कार्यकाल पूरा किया है, उसके बाद उन्हें विषम परिस्थितियों में जेल जाना पड़ा। अगर तमाम मुख्यमंत्रियों के कार्यकाल का औसत निकाला जाये तो वह मात्र 1.5 साल का होगा। इस दौरान झारखंड ने एक नायाब राजनीतिक रिकॉर्ड भी बनाया, वह यह कि निर्दलीय विधायक मधु कोड़ा भी मुख्यमंत्री बने हैं। वह लगभग दो साल तक इस पद पर रहे। अर्जुन मुंडा, शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन को तीन-तीन बार मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला, लेकिन कभी कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए।

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

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