Jharkhand: हमसे बेहतर काम किया तो आकर करें डिबेट, 1500 PGT शिक्षकों को नियुक्ति-पत्र देकर सीएम हेमंत ने विपक्ष को दी चुनौती

If you have done better work than us, come and debate, Hemant challenged the opposition

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विपक्ष को बड़ी चुनौती देते हुए कहा कि अगर आपने हमसे ज्यादा काम किया है तो इसी प्रभात तारा मैदान में आकर हमसे डिबेट कर लें। झारखंड का तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद हेमंत सोरेन ने राज्य के युवाओं को नियुक्ति का बड़ा तोहफा देते हुए विपक्ष पर कड़ा प्रहार किया है। सीएम ने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार व्यापारियों की सरकार है। सीएम ने चाणक्य का उद्धरण देते हुए कहा कि उन्होंने कहा था- ‘जिस देश का राजा व्यापारी हो, उस देश की जनता भिखारी होगी।’

सीएम हेमंत ने आज रांची के धुर्वा स्थित प्रभात तारा मैदान में भव्य समारोह में 1500 स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया। नियुक्ति पत्र पाकर शिक्षकों के चेहरे खिल उठे थे। बता दें कि इससे पूर्व पहले चरण में 1000 शिक्षकों की नियुक्ति का एक चरण पूरा हो चुका है। शिक्षकों की नियुक्ति का पहला चरण मार्च में सम्पन हुआ था।

नियुक्ति वितरण से पहले मुख्यमंत्री समेत विशिष्ट अतिथियों ने सबसे पहले दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। मंच पर विशिष्ट अतिथि के तौर पर रामेश्वर उरांव (वित्त, योजना एवं विकास, वाणिज्य, कर एवं संसदीय कार्य विभाग), मंत्री सत्यानंद भोक्ता (श्रम नियोजन, प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग), मंत्री वैद्यनाथ राम (स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग सह उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग) उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने नियुक्ति पत्र वितरण के बाद अपने सम्बोधन में कहा कि आज जिन्हें नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया, उन्हें इस दिन का काफी दिनों से इन्तजार था। आज हमें 1500 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया। लेकिन युवाओं को नौकरी देने का काम पहले से करते आ रहे हैं। हमारी सरकार अब तत 20 हजार युवाओं को नियुक्ति पत्र दे चुकी है।

हेमंत सोरेन ने अपने कार्यकाल के शुरुआत में ही आये कोरोना के भयावह मंजर को याद किया कि कैसे पूरी व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो गयी थी। लेकिन हमें हिम्मत के साथ अपने राज्य को भी सम्भाला और दूसरे राज्यों की भी मदद की। झारखंड राज्य ने दूसरे राज्यों को ऑक्सीजन की सप्लाई देने का नेक काम किया है।

इसके बाद हेमंत सेरन ने विपक्ष को आड़ो हाथों लिया।उन्होंने कहा कि जब कोरोना थमा तब विरोधियों ने अपनी हरकतें शुरू कर दीं। उसी का नतीजा है कि उन्हें पांच साल जेल में  रहना पड़ा। हेमंत सोरेन ने झारखंड की पूर्व की भाजपा सरकार के साथ केन्द्र की भाजपा सरकार को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि केन्द्र की सरकार व्यापारियों की सरकार बन गयी है। वह हर सेक्टर का निजीकरण करती जा रही है। इसी का नतीजा है कि देश में नौकरियों की कमी हो गयी है। झारखंड में एचईसी का उदाहरण देते हुए कहा कि एचईसी की दुर्दशा केन्द्र सरकार के कारण है। एक समय यहां 20-25 हजार कामगार काम करते थे, आज मुश्किल से 10-11 हजार कामगार यहां है। उन्हें भी वेतन नहीं मिलता। इस उद्योग को बचाने का काम किसका है। यह काम राज्य सरकार का नहीं, केन्द्र सरकार का है।

हेमंत सोरेन ने राज्य की पूर्व की भाजपा सरकारों को भी आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के राज्य में आने से पहले यहां काम ही नहीं हुआ। अगर उन्होंने काम किया है और हमसे ज्यादा काम किया है तो इसी प्रभात तारा मैदान मे आकर हमसे डिबेट कर लें।

हेमंत सोरेन में राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे विस्तार का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार में कई शिक्षण संस्थान खुलीं और सरकार नये शिक्षण संस्थान खोलने का काम आगे भी जारी रखेगी। हमने अब तक 20 हजार से ज्यादा नियुक्तियां कर दी हैं, सरकार आगे और भी नियुक्तियां करेगी। हम राज्य को एक्सलेंट टीचर दे रहे हैं, जिससे आने वाली एक्सलेंट पीढ़ी तैयार होगी। हमारे काम में भी बहुत सारी कमियां हैं, लेकिन उन सबको दूर करेंगे। सीएम ने कहा कि राज्य में छात्रावसों की स्थिति बेहद खराब थी। हमें  उन्हें भी दुरुस्त किया है। छात्रावासों में रहने वालों को घर से खाना लाने की जरूरत नहीं पड़ती, राज्य सरकार उन्हें मुफ्त भोजन उपलब्ध करा रही है। यह पहला राज्य है जहां के आदिवासी छात्र 100 प्रतिशत स्कॉलरशिप लेकर विदेशों में पढ़ाई कर रहे हैं। हमें अभी शिक्षा के क्षेत्र में और विकास करना है।

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-प्लस

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