Ranchi: रांची के एचईसी स्थित प्रभात तारा मैदान धुर्वा में आयोजित महारैली (Ranchi maharally) में इस महारैली में आदिवासी मुद्दे से जुड़ी 16 सूत्री मांग रखे जाने की बात कही गई। जिसमें बड़ी संख्या में लोहरदगा, गुमला, खूंटी, तमाड़, बुंडू, चाईबासा संथाल परगना से आदिवासी कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे।
संवैधानिक अधिकार ही आदिवासियों की सुरक्षा कवच
कार्यक्रम में चमरा लिंडा (Chamra Linda) के साथ झामुमो के सिसई विधायक प्रो. जिगा सुसारण होरो भी शामिल हुए। इस रैली के माध्यम से चमरा लिंडा ने केंद्र और राज्य सरकार को चेतावानी देते हुए कहा कि दोनों ही सरकार एवं उनके अधिकारी अंग्रेजों और भारतीय संविधान द्वारा दिये गये संवैधानिक अधिकारों को छुपाने का काम करते रहे हैं, जबकि यह संवैधानिक अधिकार ही आदिवासियों की सुरक्षा कवच है। पांचवीं अनुसूची के प्रावधानों को जान-बुझकर लागू होने नहीं दिया जाता है, अगर झारखंड के 13 जिलों में पांचवीं अनुसूची का प्रावधान लागू हो गया तो आदिवासियों को किसी के आगे भीख नहीं मांगनी पड़ेगी। आदिवासी खुद ही स्वावलंबी एवं आत्मनिर्भर बन जाएगा।
झारखंड में कुरमी को एसटी बनाने का किसी भी तरह का प्रयास हुआ तो…
चमरा लिंडा(Chamra Linda) ने कहा कि आज कुरमी, तेली और अन्य जातियां आदिवासी बनना चाहते हैं, ताकि हमारे हक और अधिकार को छीना जा सके। भोक्ता को केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने एसटी सूची में शामिल कर दिया, क्यों. हम इसे सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज करेंगे। चमरा लिंडा ने कहा कि (Chamra Linda)अगर झारखंड में कुरमी को एसटी बनाने का किसी भी तरह का प्रयास हुआ तो झारखंड में 48 घंटे का चक्का जाम किया जाएगा।
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