IAS Chhavi Ranjan: देश में एक बार फिर ब्यूरोक्रेसी में फैले भ्रष्टाचार का मामला चर्चा में है। इस बार झारखंड आईएएस छवि रंजन (Chhavi ranjan) चर्चा में बने हुए हैं। राजधानी रांची के पूर्व डीसी और समाज कल्याण विभाग के निदेशक छवि रंजन (Chhavi ranjan) को ईडी ने गुरुवार को लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। पिछले 11 महीने में कई आईएएस अधिकारी प्रवर्तन निदेशालय के राडार में हैं। इन अधिकारियों पर कई मामलों में जांच चल रही है। पांच बड़े मामलों में चारआईएएस अधिकारी जांच के घेरे में है। ईडी इनसे जुड़ी करोड़ों के मनी लांड्रिंग की भी जांच कर रही है।
छवि रंजन का विवादों से पुराना नाता रहा
छवि रंजन (Chhavi ranjan) का विवादों से पुराना नाता रहा है। 2015 में कोडरमा उपायुक्त रहने के दौरान मरकच्चो जिला परिषद डाक बंगला परिसर में लगे पेड़ों का काटने के मामले में भी उनपर आरोप लगा था। जब वह कोडरमा में डीसी थे तो मरकच्चो में आईबी में लगे शीशम के पेड़ कटवा कर अपने घर मंगवा लिये। यह मामला विधानसभा में उठा था, जिसके बाद राज्य सरकार ने उनका तबादला कर दिया। वहीं हाई कोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार ने भी इन पर धमकी देने का आरोप लगाया था। वहीं विधानसभा में बीजेपी विधायक सीपी सिंह ने एक बार छवि रंजन पर हथियार का लाइसेंस देने के लिए पैसा मांगने का आरोप लगाया था। इस पर विधानसभा में खूब हंगामा हुआ था। आईएएस छवि रंजन पर रांची के उपायुक्त रहने के दौरान जमीन दलालों और माफिया से मिलीभगत का भी आरोप लगा था।
आर्मी लैंड घोटाला मामला
जब छवि रंजन (Chhavi ) रांची के डीसी थे तब उनके कार्यकाल में बड़े पैमाने पर फर्जी कागजों के आधार पर जमीन की खरीद बिक्री की गई, इनमें सबसे प्रमुख बरियातू स्थित सेना की जमीन थी. करीब 90 साल से सेना का कब्जा होने के बाद अचानक वर्ष 2021 में प्रदीप बागची ने जमीन पर मालिकाना हक बताते हुए जगतबंधु टी एस्टेट के निदेशक दिलीप कुमार घोष को जमीन बेच दी. इस जमीन की सरकारी दर 20 करोड़ 75 लाख 84200 रुपये थी, लेकिन बिक्री महज सात करोड़ में दिखायी गई. उसमें भी 25 लाख रुपये प्रदीप बागची के खाते में आए थे, बाकी पैसों के चेक के जरिए भुगतान की जानकारी डीड 6888/2021 में दी गई थी. लेकिन ईडी ने जब चेक के जरिए भुगतान की जांच की तो पता चला कि खातों में पैसे गए ही नहीं हैं. चेक के भुगतान की गलत जानकारी डीड में दी गई थी, ताकि खरीद बिक्री सही प्रतीत हो।
हेहल अंचल जमीन मामला
रांची डीसी रहते हुए छवि रंजन (chavi ranjan)ने रांची के हेहल अंचल में पड़ने वाले 7.16 एकड़ जमीन की घेराबंदी 150 पुलिस जवानों को तैनात कर करवाई थी। ईडी के जांच में खुलासा हुआ है कि जिस जमीन पर घेराबंदी करवाई गई, उसके सभी दस्तावेज रजिस्ट्री ऑफिस से गायब हो गए हैं। जांच में यह बात भी सामने आई है कि छवि रंजन ने साझा पंचनामा को आधार बनाकर इस जमीन का म्यूटेशन कराने का आदेश दिया था।
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