IAS Chhavi Ranjan: रांची के पूर्व DC और तत्कालीन समाज कल्याण विभाग के डायरेक्टर पद पर रहे छवि रंजन (IAS Chavi Ranjan) प्रवर्तन निदेशालय के क्षेत्रीय कार्यालय दूसरी बार पहुंचे हैं. संभावना जताई जा रही है कि इनसे पिछले बार की तरह लंबी पूछताछ की जा सकती है. गौरतलब है कि जमीन घोटाले मामले में ED ने 13 अप्रैल को आईएस छवि रंजन (IAS Chavi Ranjan) सहित 18 लोगों से जुड़े 22 ठिकानों पर एक साथ छापामारी की गई. जिसमें 7 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. जब छवि रंजन रांची के DC थे तब इनके कार्यकाल में रांची में अवैध तरीके से जमीन की लेनदेन मे संलिप्तता के आधार पर ही इनसे पूछताछ कर रही है.
आईएएस अधिकारी छवि रंजन (IAS Chavi Ranjan)पर आरोप है कि रांची के उपायुक्त रहते हुए, सेना की करोड़ों रुपए की जमीन कागजातों के हेरफेर के जरिए बेचवाने में मदद की। इसी मामले में ये ईडी के संदेह के दायरे में हैं. रांची के करमटोली में सेना की 4.55 एकड़ जमीन है. इसके अलावा भी कई जमीनों के गलत रजिस्ट्री और म्यूटेशन करने-कराने का आरोप है. रांची डीसी रहते हुए छवि रंजन पर यह भी आरोप है कि उन्होंने रांची के हेहल अंचल में पड़ने वाले 7.16 एकड़ जमीन की घेराबंदी 150 पुलिस जवानों को तैनात कर करवाई थी. लेकिन ईडी के जांच में खुलासा हुआ है कि जिस जमीन पर घेराबंदी करवाई गई, उसके सभी दस्तावेज रजिस्ट्री ऑफिस से गायब हो गए हैं. जांच में यह बात भी सामने आई है कि छवि रंजन ने साझा पंचनामा को आधार बनाकर इस जमीन का म्यूटेशन कराने का आदेश दिया था. छवि रंजन की भूमिका इस मामले में भी संदेह के घेरे में है.
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