ISRO के बाद अब रेलवे करेगा बड़ा कमाल, पटरियों पर दौड़ेंगी 35 Hydrogen Train

image source:social media

Hydrogen Train: चांद पर पहुंचने वाले चुनिंदा देशों की एलीट सूची में शामिल हो चुका भारत जल्द ही रेलवे क्षेत्र में भी बड़ी उपलब्धि हासिल करने जा रहा है। भारत को जल्द ही हाइड्रोजन से चलने वाली ट्रेन (Hydrogen Train) मिलने की उम्मीद है। अगर ऐसा होता है तो जर्मनी, फ्रांस, स्वीडन और चीन के बाद भारत हाइड्रोजन ईंधन से ट्रेन चलाने वाला पांचवां देश बन जाएगा। हाल ही में भारतीय रेलवे ने मौजूदा डीजल इलेक्ट्रिक मल्टिपल यूनिट ट्रेनों में हाइड्रोजन फ्यूल सेल्स को फिर से फिट करने के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है।

35 हाइड्रोजन ट्रेनें शुरू करेगा रेलवे

ट्रायल के बाद रेलवे हाइड्रोजन फॉर हेरिटेज पहल के तहत 35 हाइड्रोजन ट्रेनें (Hydrogen Train) शुरू करेगा, जिसमें प्रत्येक ट्रेन के लिए 80 करोड़ रुपये से अधिक और विभिन्न हेरिटेज और पहाड़ी मार्गों पर बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 70 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। हाइड्रोजन ट्रेनें पर्यावरण के लिए फायदेमंद हैं। इनसे प्रदूषण बिलकुल नहीं होता है। यह रेलवे के उस लक्ष्य को पूरा करने में मदद करेगा, जिसके तहत रेलवे 2030 तक खुद को ‘नेटज़ीरो कार्बन एमिटर’ बनाना चाहता है।

 किस रूट पर दौड़ेगी हाइड्रोजन ट्रेन

एक रिपोर्ट के अनुसार हाइड्रोजन ईंधन वाली ट्रेन का पहला प्रोटोटाइप दिसंबर 2024 में हरियाणा के जींद-सोनीपत सेक्शन में दौड़ेगा। रेलवे अधिकारियों के अनुसार हाइड्रोजन ट्रेन (Hydrogen Train) के लिए तय हेरिटेज रूट्स में मथेरन हिल रेलवे, दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे, काल्का-शिमला रेलवे, कांगड़ा घाटी और नीलगिरी माउंटेन रेलवे की योजना बनाई है। उन्होंने कहा है कि ट्रायल सफलतापूर्वक पूरे होने के बाद ये मार्ग अगले 3 सालों में शुरू हो जाएंगे, जो भारत की समृद्ध सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत को दिखाएंगे।

कुल मिलाकर, हाइड्रोजन ट्रेन (Hydrogen Train) प्रोजेक्ट भारतीय रेलवे के लिए एक महत्वाकांक्षी कदम है। यह प्रोजेक्ट न सिर्फ पर्यावरण के लिए फायदेमंद होगा, बल्कि भारत को ग्रीन ट्रांसपोर्टेशन के क्षेत्र में आगे बढ़ाने में भी मदद करेगा।

न्यूज़ डेस्क/ समाचार प्लस, झारखंड-बिहार

ये भी पढ़ें : Google आप पर रख रहा नजर, फोन में तुरंत कर लें ये सेटिंग्स, Personal Data रहेगा सिक्योर