चीन में फैल रहा HMPV वायरस पहुंचा भारत, बेंगलुरू में 8 माह की बच्ची संक्रमित

कोरोना ने भी सबसे पहले बेंगलुरू में दी थी दस्तक

कोविड-19 महामारी के बाद HMPV नाम के वायरस से चीन में हड़कंप मचा हुआ है। HMPV वायरस चीन से बाहर निकलना शुरू हो चुका है। चीन से होते हुए यह इंगलैंड और हॉन्गकॉन्ग पहुंच चुका है। इतना ही नहीं इसने भारत में भी दस्तक दे दी है। भारत में इसका पहला मामला सामने आ गया है। बताया जा रहा है कि बेंगलुरु के एक हॉस्पिटल में आठ महीने की बच्ची में HMPV वायरस डिटेक्ट किया गया है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि हमने हमारी लैब में इसका टेस्ट नहीं किया है। यह रिपोर्ट एक निजी अस्पताल में की जांच में सामने आयी है। निजी हॉस्पिटल की इस रिपोर्ट पर संदेह करने की कोई वजह नजर नहीं आती। दिल्ली के स्वास्थ्य अधिकारियों ने रविवार को मानव मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) और अन्य श्वसन वायरस से संबंधित स्वास्थ्य चुनौतियों के लिए तैयारियों को सुनिश्चित करने के लिए एक एडवाइजरी जारी कर दी है। यहां बता दें कि 2020 में जब कोरोना की शुरुआत हुई थी तब कोरोना का पहला मरीज बेंगलुरू में ही डिटेक्ट किया गया था।

बता दें कि नया का पूरा नाम ‘ह्यूमन मेटा-पन्यूमो वायरस (HMPV) है। इस नये वायरस से मुख्य रूप से सांस की समस्याएं उत्पन्न होती हैं। इसके साथ ही यह वायरस क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) को बदतर बना सकता है। चीनी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह कोविड जैसा नया वायरस खास रूप से बच्चों और बुजुर्गों को सबसे अधिक प्रभावित कर रहा है।

इंग्लैंड और हॉन्गकॉन्ग पहुंचा वायरस

HMPV वायरस के इंग्लैंड पहुंचने की भी खबर आ रही है। वहां के अस्पतालों में फ्लू मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। सभी मरीजों को सांस संबंधी बीमारियां हो रही हैं और पिछले एक महीने में मरीजों की संख्या चार गुना बढ़ गई है। क्रिसमस के दिन 4102 फ्लू के मरीजों को भर्ती कराया गया। केवल चार दिन बाद, 29 दिसंबर को यह संख्या बढ़कर 5074 हो गई। इतना ही नहीं एचएमपीवी वायरस हॉन्गकॉन्ग तक भी पहुंच गया है, जिससे स्थानीय अस्पतालों के बाहर सांस संबंधी मरीजों की लंबी कतारें बन गई हैं। इस महामारी से सबसे अधिक प्रभावित बच्चे और बुजुर्ग हैं।

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

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