Hindenburg-Adani Row: सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court)में शुक्रवार को गौतम अडानी-हिंडनबर्ग (Hindenburg-Adani) मामले में याचिकाओं पर सुनवाई हुई। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली तीन जजों की बेंच ने मामले में याचिकाकर्ताओं का पक्ष जाना।याचिकाओं में हिंडनबर्ग रिसर्च को साजिश करार देते हुए इसकी जांच अदालत की निगरानी में कराए जाने की मांग की गई थी।
भारतीय निवेशकों को हुए नुकसान पर चिंता जताई
सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए भारतीय निवेशकों को हुए नुकसान पर चिंता जताई। साथ ही ऐसी स्थिति से निपटने के लिए SEBI से सुझाव भी मांगे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा, ‘भविष्य में निवेशकों की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जाए और SC को बताएं कि मौजूदा ढांचा क्या है और नियामक ढांचे को कैसे मजबूत किया जाए।’
सिर्फ अमीर ही निवेश नहीं करते हैं
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सिर्फ अमीर ही निवेश नहीं करते हैं। करोड़ों की संख्या में मध्यम वर्ग के लोग भी निवेश करते हैं।शीर्ष अदालत ने सोमवार 13 फरवरी तक सेबी (SEBI) से जवाब मांगा है। साथ ही एक्सपर्ट की कमेटी भी बनाने का संकेत किया है।
मजबूत तंत्र स्थापित करने की आवश्यकता
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सेबी (SEBI) की प्रतिक्रिया में मौजूदा नियामक ढांचा शामिल है और निवेशकों की सुरक्षा के लिए एक मजबूत तंत्र स्थापित करने की आवश्यकता है।
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