साहिबगंज: भारतीय जनता पार्टी के नेता हेमलाल मुर्मू (Hemlal Murmu) अपने कार्यकर्ताओं के साथ जेएमएम का दामन थाम लिया। हेमलाल मुर्मू (Hemlal Murmu) 9 साल बाद फिर से झामुमो में आ गए हैं. हेमलाल मुृर्मू (Hemlal Murmu) मंगलवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की उपस्थिति मेंं साहिबगंज जिला के बरहेट प्रखंड स्थित वीर शहीद सिदो-कान्हू के जन्मस्थली भोगनाडीह में झामुमो का दामन थाम लिया. मुर्मू (Hemlal Murmu)के साथ हजारों बीजेपी कार्यकताओं ने भी झामुमो का दामन थाम लिया. इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झामुमो का झंडा ओढ़ा कर हेमलालू मुर्मू को पार्टी में शामिल किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि राजमहल लोकसभा में एक अच्छा नेता की जरूरत को पूरा करने वाला मिल गया.
क्या है संकेत ?
हेमलाल मुर्मू साल 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले झामुमो से अलग होकर भाजपा में शामिल हो गये थे। । 2014 का लोकसभा चुनाव वह राजमहल लोकसभा सीट से लड़े लेकिन चुनाव हार गये। 2019 में फिर वह लोकसभा चुनाव लड़े फिर हार गये। इसके बाद लिट्टीपाड़ा विधानसभा उपचुनाव में भी हेमलाल मुर्मू को झामुमो के साइमन मरांडी ने मात दे दी। अब हेमलाल मुर्मू ने वापस झामुमो की ओर रुख कर लिया है।झारखंड मुक्ति मोरचा में हेमलाल मुर्मू(Hemlal Murmu) के जाने से कई तरह की चर्चा है। लोबिन हेम्ब्रम लंबे समय से पार्टी से नाराज हैं। झामुमो पुराने कार्यकर्ताओं की पार्टी है यह संदेश देने की कोशिश है।लोबिन हेंब्रम लगातार सरकार और खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ लगातार मोर्चो खोले हुए हैं.
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