हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन को JMM ने निकाला बाहर, जारी किया पत्र

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लोकसभा इलेक्शन 2024 के बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने एक बड़ा फ़ैसला लिया है. पार्टी ने शीबू सोरेन के बड़े बेटे दुर्गा सोरेन की पत्नी, माने हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन (Sita Soren) को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है. वैसे सीता मार्च में ही पार्टी से इस्तीफा दे चुकी हैं. BJP ने सीता सोरेन को दुमका सीट से प्रत्याशी बनाया है. कहा जा रहा है कि सीता सोरेन JMM से नाराज़ चल रही थीं, इसलिए उन्होंने BJP ज्वॉइन की. फिलहाल वो अपने क्षेत्र में जोर-शोर से प्रचार करने में भी जुटी हैं.

JMM की ओर से जारी एक पत्र में सीता सोरेन को लेकर कहा गया है कि 19 मार्च 2024 को पार्टी और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्होंने (सीता सोरेन) इस्तीफ़ा दिया था और इसे स्वाकार करने का अनुरोध किया. पत्र में आगे लिखा है,

”अलग-अलग माध्यमों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए मिली सूचना के मुताबिक आप की ओर से दुमका लोकसभा क्षेत्र से नामांकन किया गया. दोनों घटनाक्रम इस बात की ओर इशारा करते हैं कि आप की JMM के ख़िलाफ़ चुनाव लड़ने की पूर्व निर्धारित मंशा थी और इसी वजह से पार्टी के नेताओं के खिलाफ गंभीर आरोप लगाया जाता रहा. इसलिए आपको पार्टी के सभी पदों से मुक्त करते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 साल के लिए निष्कासित किया जाता है.”

 

पार्टी छोड़ने से पहले सीता JMM की केंद्रीय महासचिव और सक्रिय सदस्य भी थीं. वो जामा इलाके से 3 बार विधायक चुनी गईं

सीता सोरेन ने JMM छोड़ने का ऐलान करने के बाद 19 मार्च को BJP की सदस्यता ली थी. इस दौरान उन्होंने विधासभा की सदस्यता से भी इस्तीफ़ा दे दिया था. इस बारे में सीता सोरेन ने एक चिट्ठी पार्टी अध्यक्ष और अपने ससुर शिबू सोरेन को भेजी थी. इसमें उन्होंने JMM छोड़ने के कारण गिनाए थे. सीता ने लिखा था,

“मेरे और मेरे परिवार के ख़िलाफ़ गहरी साज़िश रची जा रही है. मैं अत्यंत दुखी हृदय के साथ पार्टी के सभी पदों से अपना इस्तीफ़ा दे रही हूं. मेरे स्वर्गीय पति दुर्गा सोरेन झारखंड आंदोलन के अग्रणी योद्धा और महान क्रांतिकारी थे. उनके निधन के बाद से पार्टी और परिवार के सदस्यों ने हमें अलग-थलग कर दिया है. मैंने उम्मीद की थी कि समय के साथ स्थितियां सुधरेंगी. लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हुआ. पार्टी अब उन लोगों के हाथों में चली गई है, जिनके दृष्टिकोण और उद्देश्य हमारे मूल्यों और आदर्शों से मेल नहीं खाते.”

 

सीता सोरेन ने अपने पत्र में शिबू सोरेन का भी जिक्र किया. उन्होंने लिखा,

“शिबू सोरेन (गुरुजी बाबा) ने हम सब को एकजुट रखने की कोशिश की. अफसोस कि उनके अथक प्रयासों के बावज़ूद वो विफल रहे. मैं अपनी प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा दे रही हूं. मैं हमेशा पार्टी की आभारी रहूंगी. मेरी शुभकामनाएं आप सबके साथ हैं.”

 

झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को ED ने 31 जनवरी, 2024 को गिरफ़्तार कर लिया था. उन पर जमीन घोटाले का आरोप है. हेमंत फिलहाल जेल में हैं. उनकी जगह JMM नेता चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुना गया था. जिसके बाद उन्होंने सीएम पद की शपथ ली थी.

पिछले दिनों हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने भी राजनीति में एंट्री की है. कल्पना 4 मार्च को गिरिडीह में JMM के स्थापना समारोह शामिल हुई थीं. इसके ठीक 15 दिन बाद उनकी जेठानी सीता सोरेन ने पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया था.

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