न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी इन दिनों झारखंड सरकार पर लगातार हमलावर हैं। ईडी की हाल की छापेमारी, जिसमें रांची के पूर्व उपायुक्त आईएएस छविरंजन सवालों के घेरे में हैं, पर बाबूलाल मरांडी ने न सिर्फ सवाल उठाये हैं, बल्कि एक के बाद एक पोस्ट करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को चेतावनी दी है कि ‘भ्रष्टाचारियों’ पर कार्रवाई नहीं होने से आप की ही प्रतिष्ठा गिरेगी और आप पर ही सवाल उठेंगे। तो आइए देखते हैं पूर्व सीएम बाबूलाल ने हेमंत से क्या-क्या कहा, जो शायद सीएम हेमंत को सोचने पर विवश कर दें।
‘मुख्यमंत्री @HemantSorenJMM जी, अगर ये चर्चा सही नहीं है कि आईएएस छवि रंजन के रांची डीसी रहते आपके सत्ता संरक्षण में जितने भी ज़मीन घोटाले हुए हैं उस गोरखधंधे में ये अफ़सर आपका साझेदार और राज़दार भी है, तो मुझे पक्का भरोसा है कि देश के सेना जैसी संस्था की ज़मीन बेचवाने वाले इस अफ़सर को आप बिना विलंब कठोर दंड देकर झारखंड ही नहीं देश-दुनिया को एक अच्छा मैसेज देने का काम करेंगे।
और अगर आपकी संलिप्तता के आरोपों में दम है तो फिर तो आपका भगवान ही मालिक है और आप कुछ नहीं कर सकते।
सवाल देश की सुरक्षा से भी संबंधित है। इसलिये मैं भारत सरकार के @DoPTGoI से अनुरोध करता हूं कि वो अपने स्तर से इस अधिकारी के करतूतों की जाँच करा कर कार्रवाई करें।
बाबूलाल मरांडी ने दूसरे ट्वीट में लिखा-
झारखंड में अब जो हो रहा है उसे लूट नहीं डकैती की श्रेणी में गिना जाए।
मातृभूमि की सुरक्षा में लगी सेना तक की जमीन बेचवाने वाले चार्जशीटेड पूर्व डीसी छवि रंजन के नेतृत्व में सत्ता संरक्षित गिरोह सरकारी जमीन भी बेचने की फिराक में थे।
इस पूरी डकैती के मास्टरमाइंड सरकारी बहुमुल्य पेड़ तक बेच खाने वाले इस आईएएस छवि रंजन की “हिम्मत” भी यूंही नहीं बढ़ी होगी?
ताज्जुब है कि ये अफ़सर पहले से ही ईडी के सवाल-जवाब का फ़िल्मी तर्ज़ पर रिहर्सल कर ऐसे तैयार बैठा था मानो उसे पता चल रहा था कि आगे क्या-क्या होने वाल है और बचना कैसे है?
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी, अगर आप में थोड़ी भी शर्म बची है तो सेना की ज़मीन हेराफेरी कर देश से ग़द्दारी समान काम कर आपकी नाक कटवाने वाले ऐसे अफ़सर पर कठोर कार्रवाई करिये, जेल भेजिये और नौकरी से बर्खास्त करने का प्रस्ताव केन्द्र को भेजिये।
@BJP4Jharkhand की लड़ाई इसी सत्ता संरक्षित डकैती से है, जब इसका पुरजोर विरोध #झारखण्ड_सचिवालय_घेराव के माध्यम से हुआ, तो सरकार के इशारे पर केस मुकदमों के माध्यम से भाजपा कार्यकर्ताओं को डराने की कोशिशें हो रही है।
ये लूटपाट वाली सरकार इस गलतफहमी में न रहे। इनके एक एक पापों का हिसाब होगा।
जल्द ही ऐसे सारे लोगों का होटवार जेल नया पता होगा।
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