Hazaribagh : हजारीबाग (Hazaribagh) शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज (Sheikh bhikhari medical collage) में उस वक्त एक दुखद घटना घटी, जब झारखंड सरकार के स्वास्थ्य सचिव अरुण कुमार सिंह शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज निरीक्षण करने पहुंचे, उनके आने की सूचना से पूरा हजारीबाग का स्वास्थ्य विभाग सकते में आ गया और आनन-फानन में उनके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई। फिर भी शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज हजारीबाग के स्वास्थ्य विभाग अपनी कमियों को छिपा नहीं पाया, जब स्वास्थ्य सचिव के सामने गर्भवती महिला ने बच्चे को जन्म दे दिया, लेकिन उसकी मौत हो गई।
जवानों ने रोका रास्ता
दरअसल हजारीबाग (Hazaribagh) जिले के कटकमदाग थाना क्षेत्र के गांव की रहने वाली नाम नुसरत परवीन जो गर्भवती थीं और प्रसव के लिए हॉस्पिटल आई हुई थी, लेकिन स्वास्थ्य सचिव के आगवानी में अस्पताल प्रबन्धन इतना मशगूल हो गया कि जवानों ने उस दर्द से कराहती प्रसूता को अस्पताल जाने से रोक दिया जिससे बच्चे को रास्ते पर ही जन्म देना पड़ गया क्योंकि अस्पताल जाने के लिए उसे रास्ता ही नहीं मिला जिससे नवजात की मौत हो गई।
‘अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही ने नवजात की ले ली जान’
घटना के बाद अस्पताल महकमा एक बार फिर चर्चा में आ गया और स्वास्थ सचिव जवाब देने से भागते दिखे। गर्भवती महिला के पति नौशाद आलम ने कहा कि अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से नवजात बच्ची की मौत हो गई। जब डिलीवरी का समय आज दिया गया था तो फिर रास्ता क्यों रोका गया, उन्होंने इसके लिए जिम्मेदार पूरे अस्पताल प्रबंधन और झारखंड सरकार के स्वास्थ्य सचिव को ठहराया।
मनीष जायसवाल ने किया ट्वीट

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