न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
कई रूढ़ियां समाज को जड़ बना देती हैं, क्योंकि लोग इन रूढ़ियां तोड़ने की हिम्मत नहीं कर पाते। मगर कहीं से एक शुरुआत तो की जा सकती है। ऐसी शुरुआत की है दिल्ली कमीशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड राइट्स (DCPCR) ने। इस पहल की जितनी प्रशंसा की जाये कम है। ‘पीरियड’ के दौरान स्वच्छता और इसे लेकर सामाजिक वर्जनाओं पर चर्चा शुरू हुई है। इसी टॉपिक पर IAS अधिकारी सज्जन यादव ने 5 फरवरी को ‘Happy Periods day’ मनाया। इसकी शुरुआत करते हुए सज्जन यादव ने जो लिखा है उसे हर व्यक्ति को महसूस करना होगा। सज्जन यादव भारत सरकार के वित्त मंत्रालय में एडिशनल सेक्रेटरी हैं। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है, ‘अगर पीरियड के दौरान निकले ब्लड को कोई अपवित्र और अशुद्ध मानता है, तब हम लोग पवित्र होने के दावे से काफी दूर हैं। हमें याद रखना चाहिए कि हमारा संभव होना, इसी ब्लड के कारण हो पाया है। इस सामाजिक वर्जना को खत्म करिए और चुप्पी को तोड़िये।’
सज्जन यादव की इस शुरुआत को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (की काफी सराहना मिली है। उन्होंने कहा- ‘मैं पीरियड्स से जुड़ी रूढ़ियों को तोड़ने और पीरियड्स स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए दिल्ली बाल अधिकार संरक्षण आयोग (DCPCR) की ओर से शुरू की गई ‘अब पता चलने दो’ पहल की सराहना करता हूं।’
I commend the #AbPataChalneDo initiative launched by DCPCR to break stereotypes associated with menstruation and promote menstrual hygiene. Periods should not be considered a taboo in our society. https://t.co/6loVcNOIQE
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 5, 2021
दिल्ली बाल अधिकार संरक्षण आयोग के साथ मिलकर कई संस्थाएं इस कैंपेन को आगे बढ़ा रही हैं। इस कैंपेन से डॉ. सुरभि सिंह भी कई सालों से जुड़ी हैं और सच्ची सहेली संस्था के माध्यम से वह समाज में जागरूकता फैलाने का काम कर रही हैं।
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