नीति आयोग (NITI Aayog) के राज्य ऊर्जा एवं जलवायु सूचकांक (State Energy and Climate Index ) में गुजरात ने बड़े राज्यों में शीर्ष स्थान हासिल किया है. गुजरात 50.1 अंकों के साथ बड़े राज्यों की श्रेणी में सबसे ऊपर है.
सभी राज्यों की रैंकिंग जारी
इस सूचकांक का मकसद छह मानकों पर राज्यों तथा केन्द्रशासित प्रदेशों की रैंकिंग करना है, जिसमें बिजली वितरण कंपनियों का प्रदर्शन, ऊर्जा दक्षता और ऊर्जा की पहुंच शामिल हैं.
मध्य प्रदेश और झारखंड सबसे पीछे
नीति आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक गुजरात के बाद केरल और पंजाब का स्थान है. इस सूची में छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और झारखंड जैसे राज्य सबसे पीछे रहे. छोटे राज्यों में गोवा सूचकांक में सबसे ऊपर है. उसके बाद त्रिपुरा और मणिपुर का स्थान है.
जानें बाकी राज्यों का हाल
सरकारी थिंक टैंक की रिपोर्ट के अनुसार, गुजरात के बाद केरल और पंजाब का स्थान है। छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और झारखंड जैसे राज्यों को सबसे नीचे रखा गया। छोटे राज्यों में, गोवा आयोग के सूचकांक में सबसे ऊपर है, उसके बाद त्रिपुरा और मणिपुर हैं। स्टेट एनर्जी एंड क्लाइमेट इंडेक्स (एसईसीआई) राउंड-1 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को छह मानकों पर रैंक करता है – डिस्कॉम का प्रदर्शन; पहुंच सामर्थ्य और ऊर्जा की विश्वसनीयता; स्वच्छ ऊर्जा पहल; ऊर्जा दक्षता; पर्यावरणीय स्थिरता; और नई पहल।
इन मानकों पर मिली है रैंकिंग
SECI चक्र-1 का मकसद छह मानकों पर राज्यों तथा केंद्रशासित प्रदेशों की रैंकिंग करना है. इन मानकों में (1) बिजली वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) का प्रदर्शन, (2) ऊर्जा की पहुंच, वहनीयता तथा विश्वसनीयता, (3) स्वच्छ ऊर्जा पहल, (4) ऊर्जा दक्षता, (5) टिकाऊ पर्यावरण तथा (6) नई पहलें शामिल हैं. इन मानकों में कुल 27 संकेतक शामिल हैं.
राज्य और केंद्रशासित प्रदेश सूचकांक का उपयोग करके अपने मानक की तुलना कर सकेंगे और बेहतर नीति व्यवस्था विकसित करने में सक्षम होंगे.
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