गुजरात पानी-पानी! 1000 सड़कें बंद, अब तक 28 मौतों से हाहाकार, 18000 पहुंचाये गये सुरक्षित स्थान

उत्तराखंड, हिमाचल, केरल, महाराष्ट्र, राजस्थान में हाहाकार मचाने के बाद बारिश का कहर गुजरात पर टूटा है। यहां हालात बद से बदतर हो गये हैं। 18000 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा चुका है, लेकिन मौसम विभाग ने अभी और 72 घंटे के बारिश का अलार्म बजाया है। गुजरात में पिछले तीन दिनों से भारी बारिश हो रही है। राज्य के कई जिलों और शहरों में बाढ़ की चपेट में हैं। लगातार हो रही बारिश का असर यातायात पर भी पड़ा है। पूरे राज्य में लगभग 1000 सड़कों पर पानी का साम्राज्य होने से यातायात बंद हो चुका है। बारिश के कारण अलग-अलग घटनाओं में 28 लोगों की जान भी चली गई है, जबकि 18000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। मौसम विभाग ने बुधवार को सौराष्ट्र-कच्छ जिलों में भारी बारिश के साथ-साथ 40 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने और बिजली गिरने की भी संभावना जतायी है।

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, वडोदरा, आनंद, खेड़ा, पंचमहाल, महिसागर, अरवल्ली, साबरकांठा, मेहसाणा, गांधीनगर, अहमदाबाद, भरूच, कच्छ में बिजली गिरने के साथ भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा दक्षिण गुजरात के अधिकांश जिलों में भी गरज के साथ मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है। जबकि पाटन, बनासकांठा, दाहोद, नर्मदा, छोटा उदेपुर,  सूरत, तापी, डांग, नवसारी, वलसाड, दमन और दादरा एवं नगर हवेली में मध्यम से भारी बारिश की संभावना जताई गई है।

अहमदाबाद, वडोदरा, राजकोट समेत गुजरात के कई जिलों में पिछले दो दिनों से भारी बारिश हो रही है। भारी बारिश से वडोदरा में हालात खराब हो गए हैं। विश्वामित्री नदी में आई बाढ़ से लोगों में हाहाकार मच गया है। जामनगर भी बाढ़ के कारण जलमग्न हो गया है। जामनगर में अपस्ट्रीम में भी भारी बारिश के कारण  रंगमती बांध के पांच गेट चार फीट तक खोल दिए गए। जिसके कारण रंगमती नदी ने भी रौद्र रूप धारण कर लिया। भारी बारिश के प्रशासन ने लोगों को बचाने के लिए हेलिकॉप्टर मंगा लिया है।

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

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