Jharkhand Babulal Marandi: घी दूध से निकाला जाता है, लेकिन पत्थर और बालू से घी निकलते आपने नहीं देखा होगा। लेकिन पत्थर, बालू, कोयला से भी घी निकलता है, यह बता रहे हैं झारखंड में भाजपा के नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी।
बाबूलाल मरांडी ने एक ट्वीट कर कहा है कि ‘अबतक सुना था कि घी सिर्फ़ दूध से निकलता है।लेकिन सोरेन राज परिवार के एक्सीडेंटल उत्तराधिकारी राजकुमार हेमंत सोरेन जी ने दो सालों में पत्थर, बालू, कोयला, ज़मीन, शराब, ट्रांसफ़र-पोस्टिंग से ऐसा “घी” निकाला कि इसे खाने-पचाने वाले किरदारों की जेल के नाम से ही तबीयत बिगड़ जा रही है।‘
अबतक सुना था कि घी सिर्फ़ दूध से निकलता है।लेकिन सोरेन राज परिवार के एक्सीडेंटल उत्तराधिकारी राजकुमार हेमंत सोरेन जी ने दो सालों में पत्थर, बालू, कोयला, ज़मीन, शराब, ट्रांसफ़र-पोस्टिंग से ऐसा “घी” निकाला कि इसे खाने-पचाने वाले किरदारों की जेल के नाम से ही तबीयत बिगड़ जा रही है।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) January 20, 2023
बाबूलाल मरांडी एक और ट्वीट में कहते हैं – #गैंग्स_ऑफ_साहिबगंज के एक किरदार माइनिंग अफ़सर विभूति कुमार देशी घी” भी सप्लाई करते थे।
‘#गैंग्स_ऑफ_साहिबगंज के एक किरदार माइनिंग अफ़सर विभूति कुमार देशी घी” भी सप्लाई करते थे।
@dir_ed की पूछताछ में मोबाइल चैट के बारे में विभूति ने बताया कि वो सीए सुमन को रांची में शुद्ध घी उपलब्ध करा रहे थे।
सीए के अलावे और किन-किनको डीएमओ ने घी खिलाया है यह तो जांच में पता चल ही…
#गैंग्स_ऑफ_साहिबगंज के एक किरदार माइनिंग अफ़सर विभूति कुमार देशी घी” भी सप्लाई करते थे।@dir_ed की पूछताछ में मोबाइल चैट के बारे में विभूति ने बताया कि वो सीए सुमन को रांची में शुद्ध घी उपलब्ध करा रहे थे।
सीए के अलावे और किन किनको डीएमओ ने घी खिलाया है यह तो जांच में पता चल ही— Babulal Marandi (@yourBabulal) January 20, 2023
बाबूलाल मरांडी के एक के बाद एक किये गये ट्वीट कुछ कहते हैं। आपको याद होगा, कुछ महीनों से झारखंड में अवैध माइनिंग समेत ढेरों जो अवैध कारोबार उजागर हुए हैं, जिनके फेर में पड़ कर की राज्य के आला अधिकारी समेत नेता और कारोबारी ईडी और सीबीआई की चपेट में आकर जेल की सलाखों में पहुंच गये हैं। इसी अवैध और काले धंधे का एक कोड वर्ड है ‘घी’। जितना डिब्बा घी मतलब उतने लाख रुपये, या शायद कुछ ऐसा ही। जैसी कि बाबूलाल मरांडी जिक्र कर चुके हैं, विभूति कुमार से जब ईडी अधिकारियों ने पूछा, क्या सप्लाई किया, तो उसने कहा घी, लेकिन बाद में उसने बता ही दिया कि घी का मतलब लाख है। जाहिर है, अपराध जगत या आपराधिक गतिविधियों में ऐसे कोड वर्ड का इस्तेमाल खूब होता है। यह बात उजागर होने के बाद बाबूलाल मरांडी अब उस पर चुटकी ले रहे हैं।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
यह भी पढ़ें: फिर पीएम मोदी पर बदनाम करने का वैश्विक कुचक्र, डॉक्यूमेंट्री बनाकर घिरा बीबीसी, निंदा के बाद यूट्यूब से हटा वीडियो