अब अगले तीन महीने कड़ाके की ठंड के लिए हो जाइये तैयार! ला-नीना दिखाने लगा असर!

इस सीजन में अभी तक वैसे कुछ खास ठंड नहीं पड़ी है, लेकिन आने वाले 3 महीने काफी कठिन होने वाले हैं। वैसे तो उत्तर भारत में सर्दियों ने पैर पसारना शुरू कर दिया है। पहाड़ों पर बर्फबारी भी शुरू हो गई है, लेकिन अभी  देश को ठंड का कहर देखना बाकी है। भारतीय मौसम विभाग बता रहा है कि दिसम्बर, जनवरी और फरवरी के महीने काफी कंपकपाने वाले हैं। इसमें दिसम्बर के महीने में सबसे ज्यादा ठंड की भविष्यवाणी की है। यानी मौसम विभाग की मानें तो दिसंबर में कड़ाके की सर्दी पड़ेगी। उत्तर भारत के लोगों को तापमान में भारी गिरावट के साथ-साथ ठिठुरन और कोहरे की मार भी झेलनी पड़ेगी।

आखिर इस बार क्यों पड़ेगी ऐसी ठंड?

इस साल सर्दी सारे रिकॉर्ड क्यों तोड़ने वाली है, तो इसका एक ही जवाब है- ला नीना इफेक्ट। इस साल प्रशांत महासागर में ला नीना इफेक्ट देखने को मिला था। दरअसल, प्रशांत महासागर का तापमान जब सामान्य से ज्यादा ठंडा होता है, तो ठंडी हवाएं उत्पन्न होती हैं और ये एशियाई देशों का रुख करती हैं। इसका असर भारत में ही नहीं, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, श्रीलंका और म्यांमार में भी होता है। इन देशों में मौसम हद से ज्यादा ठंडा हो जाता है और तापमान तेजी से नीचे गिरने लगता है। बता दें कि इससे पहले भी 2001 में सर्दियों के दौरान ला नीना इफेक्ट का असर दिखा था, जो कि 7 महीने तक था। वहीं अब 22 साल बाद एक बार फिर ला नीना इफेक्ट ने सर्दियों में दिखने वाला है। इतना ही नहीं, ला नीना का 60 प्रतिशत इफेक्ट भारत में देखने को मिलेगा।

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

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