मंईयां सम्मान योजना की चौथी किश्त खातों में आयी – हेमंत ने X पर यह बात बतायी

मुख्यमंत्री और झामुमो के बरहेट प्रत्याशी हेमंत सोरेन ने अपने X अकाउंट से एक पोस्ट कर झारखंड की जनता विशेष कर महिलाओं से संवाद किया है। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा-

साथियो,

मंईयां सम्मान की चौथी किश्त कल सभी बहनों के खातों में चली गई है।

चुनाव प्रचार के दौरान मुझसे मिल कर धन्यवाद देने के लिए स्वयं सहायता समूह की महिलाएं आयी हुई थी। कहने लगी की हमारे संकुल को 87 लाख रुपया मिला है, और सभी महिलाओं को मंईयां सम्मान की राशि  मिल रहा है। इससे महाजनों से अत्यंत  महंगे क़र्ज़ लेने से मुक्ति मिली है। झामुमो को ही जीत दिलवाना है।

अंत में कहती है कि हमलोग चुनाव पर चर्चा करने के लिए बैठक रखना चाहते थे, प्रभात फेरी निकाल के लोगों से वोट देने की अपील करना चाहते थे लेकिन सर बोले कि चुनाव आयोग JSLPS से जुड़ी किसी भी महिला को मतदाता जागरूकता के काम में शामिल नहीं करने का निर्देश दिया है।

यह सुन कर मुझे हंसी आ गया चुनाव आयोग पर। आखिर किन-किन को रोकोगे तुम? जिन – जिन के लिए हम काम किये हैं उनको रोक दोगे, उन पर भरोसा नहीं करोगे?

  1. हमारी सरकार ने JSLPS से जुड़ी 30 लाख बहनों को 11 हजार करोड़ का क्रेडिट लिंकेज दिया है।
  2. हमारी सरकार ने 53 लाख महिलाओं को मंईयां सम्मान योजना से जोड़ा है, 12 हजार अभी मिल रहा है और दिसंबर से 30 हजार मिलेगा।
  3. हमारी सरकार ने 9 लाख बेटियों को किशोरी समृद्धि योजना से जोड़ा है। 18 वर्ष से अधिक उम्र की लाखों बेटियां इस बार मुझे समर्थन देने बूथ पर पहुंचने वाली हैं।
  4. 40 लाख वृद्ध, विधवा, दिव्यांग को सर्वजन पेंशन योजना से जोड़ा है, विधवा पेंशन का हमने उम्र घाटाया है, वृद्धा पेंशन अब महिलाओं को 50 वर्ष से ही मिल रहा है। आने वाले समय में हम पेंशन की राशि को 2500 प्रति महीना कर रहे हैं, मतलब मंईयां सम्मान की तरह इनको भी सलाना 30 हजार।
  5. महिला छात्रावास, महिला डिग्री कॉलेज सब हमने प्रारम्भ किया है।

भजपा एवं उसकी एजेंसियों को समझना होगा की महिलाएं अपने इरादों की पक्की होती हैं, उनसे ज्यादा न तो कोई कष्ट सह सकता है और न ही कोई प्यार कर सकता है। जन्म देने समय का दर्द सहने वाली एवं बच्चे को लाड़ – प्यार से बड़ा करने वाली महिलाएं हैं। इनके त्याग, इनके समर्पण, इनके प्रेम को मेरा प्रणाम। जिसे अपना  मान लेते हैं उसके लिए पूरा जीवन कुर्बान कर देते हैं और इस बार झारखण्ड की बहन, बेटी, माँ, चाची, दादी अपने उस बेटे के साथ खड़ी है जो इन्हें अपना मान कर इनके लिए काम किया है। जेल में तुम डाल सकते हो, नारी शक्ति को चुनाव कार्य से दूर रख सकते हो लेकिन वोट देने से कैसे रोकोगे?

जय झारखण्ड।

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

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