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‘साथी हाथ बढ़ाना’, विपक्षी एकता के लिए नीतीश कुमार अबकी बार ओडिशा-महाराष्ट्र नेताओं के द्वार

'For opposition unity, Nitish Kumar this time at the door of Odisha-Maharashtra leaders'

Nitish Kumar Odisha: विपक्षी दलों को एकजुट करने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर निकले हैं। इस बार उनका ठिकाना ओडिशा और महाराष्ट्र है। नीतीश कुमार की आज ही ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक से मुलाकात होने वाली है। इसके बाद वह महाराष्ट्र का रुख करेंगे जहां 11 मई को एनसीपी प्रमुख शरद पवार समेत महा विकास अघाड़ी के नेताओं से मुलाकात होने वाली है।

बिहार के मुख्यमंत्री 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए हर सम्भव प्रयास कर रहे हैं। और यह विपक्षी एकता से ही सम्भव हो सकता है। नीतीश कुमारअब तक कांग्रेस, सपा, टीएमसी समेत कई विपक्षी दलों के शीर्ष नेताओं से मिल चुके हैं।  पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, कांग्रेस के राहुल गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकातें कर चुके नीतीश अब ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मिल रहे हैं। हालांकि नीतीश कुमार नवीन पटनायक से क्यों मिलना चाहते हैं, यह ना ही ओडिशा सरकार और ना ही बीजू जनता दल की तरफ से स्पष्ट किया गया , फिर भी नीतीश कुमार लम्बे समय से सीएम पटनायक से मुलाकात की चर्चा करते रहे हैं। इसलिए यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मुलाकात के बाद क्या कुछ निकल कर सामने आता है।

महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी नेताओं से मुलाकात होगी अहम

नीतीश कुमार की 11 मई को महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी के नेताओं से मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है। क्योंकि इस गठबंधन में शामिल पार्टियां विशुद्ध रूप से भाजपा की विरोधी तो हैं, लेकिन हाल के दिनों में जिस प्रकार राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी में उथल-पुथल मची उसके दूरगामी ही नहीं, निकटगामी परिणाम भी देखने को मिल सकते हैं। फिर भी नीतीश कुमार की विपक्षी एकता की सम्भावनाएं कुछ ज्यादा ही हैं, लेकिन उसकी शर्तें क्या होंगी, यह कहना कठिन है। यहां एक बात और भी है कि महाविकास अघाड़ी में कांग्रेस भी है, वह भले ही विपक्षी एकता के लिए नीतीश के साथ आ सकती है, लेकिन नीतीश कुमार की शर्तों पर निकट आये, ऐसा असम्भव है।

फिर भी नीतीश कुमार विपक्षी एकता के लिए जी-तोड़ मेहनत कर रहा है, इसमें कोई संदेह नहीं है। नीतीश कुमार की पार्टी जदयू से बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी का झारखंड दौरा हुआ। अशोक चौधरी का झारखंड दौरा विपक्षी पार्टियों की एकजुट करने का ही एक हिस्सा है।

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

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