Dr. Rose Kerketta: झारखंड की प्रख्यात लेखिका, कवयित्री डॉ. रोज केरकेट्टा का दफन संस्कार शुक्रवार को रांची के सिरम टोली कब्रिस्तान में किया गया. जहां लोगों की जुटी भारी भीड़ ने नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी.
इस दौरान काँग्रेस नेता बंधु तिर्की, पूर्व टीएसी मेम्बर रतन तिर्की, वरिष्ठ पत्रकार फैसल अनुराग, रांची प्रेस क्लब के अध्यक्ष सुरेन्द्र सोरेन सहित सैकड़ों गणमान्य लोग मौजूद रहे. बता दें कि डॉ. रोज केरकेट्टा का निधन गुरुवार की सुबह हो गया था. वे लंबे समय से बीमार चल रही थी. वह 85 वर्ष की थीं
डॉ रोज केरकेट्टा (Dr. Rose Kerketta) का जन्म झारखंड के सिमडेगा जिले में हुआ था. उन्होंने शिक्षा और आदिवासी संस्कृति के संरक्षण मे अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था रांची आने से पहले वे सिमडेगा में हिंदी की शिक्षिका रही थीं. बाद में वे रामदयाल मुंडा के बुलावे पर रांची विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय खड़िया भाषा में लंबे समय तक अपनी सेवा देती रहीं. डॉ रोज केरकेट्टा ने महिला अधिकारों के लिए अपनी आवाज को भी हमेशा बुलंद किया था.
महिलाओं का जीवन कैसे सुगम बने और समाज के विकास मे उनका महत्वपूर्ण योगदान क्या हो. इसे लेकर भी उन्होंने लगातार प्रयास जारी रखा था. डॉ रोज केरकेट्टा (Dr. Rose Kerketta) के निधन पर राज्य के महामहिम राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन , नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी समेत प्रदेश के की लोगों ने शोक संवेदना व्यक्त की है. समाचार प्लस भी डॉ रोज केरकेट्टा को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि और अंतिम जोहार अर्पित करता है.
न्यूज़ डेस्क/ समाचार प्लस, झारखंड- बिहार
ये भी पढ़ें : Good Friday 2025 : प्रभु के दुःखभोग का शुक्रवार, शोक का दिन फिर भी क्यों कहलाता है ‘गुड’ फ्राईडे’?