‘फर्जी’ प्लान: होटल से चला रहे थे नोट छपाई गैंग

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📍 क्या है मामला?

इंदौर के एक होटल से नकली नोट छापने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। होटल के एक कमरे में ठहरे तीन युवक लंबे समय से इस गोरखधंधे को अंजाम दे रहे थे। इनका अंदाज इतना प्रोफेशनल था कि होटल स्टाफ को भी भनक नहीं लगने दी। पर एक दिन जब मैनेजर ने गुपचुप तरीके से कमरे का दरवाजा खोला, तो अंदर का नजारा देखकर उसके होश उड़ गए।


🔍 कब और कहां हुआ खुलासा?

  • 📍 स्थान: होटल इंटरनिटी, अनुराग नगर, इंदौर

  • 📆 घटना: हाल ही में क्राइम ब्रांच को मिली गुप्त सूचना के बाद हुई कार्रवाई

  • 🚔 कमरा नंबर: 301


👥 कौन-कौन थे आरोपी?

क्राइम ब्रांच की टीम ने होटल के कमरे से तीन युवकों को गिरफ्तार किया:

  • अब्दुल शोएब

  • रहीश खान

  • प्रफुल कुमार कोरी

इन्हीं की निशानदेही पर भोपाल से दो और आरोपी पकड़े गए:

  • आकाश घारु

  • शंकर चौरसिया

इनके पास से ₹3.85 लाख मूल्य के नकली ₹500 के नोट बरामद हुए।


💡 ‘फर्जी’ वेब सीरीज से मिली इंस्पिरेशन!

पूछताछ में आरोपियों ने कबूला कि शाहिद कपूर की वेब सीरीज ‘फर्जी’ देखकर उन्हें नकली नोट छापने का आइडिया आया। सभी आरोपी पढ़े-लिखे हैं लेकिन बेरोजगारी की वजह से गलत रास्ते पर चल पड़े।


🧾 क्या-क्या मिला होटल के कमरे से?

पुलिस ने कमरे से जो सामग्री जब्त की, वह चौंकाने वाली थी:

  • बटर पेपर

  • प्रिंटर

  • लकड़ी के फ्रेम

  • कटिंग मशीन

  • लैपटॉप

  • कई मोबाइल

  • लेमिनेटर

  • सील

  • ATM कार्ड्स

  • 500 के नकली नोटों की गड्डी


🤯 कैसे हुआ खुलासा?

तीनों आरोपी होटल स्टाफ को कमरे से दूर रखते थे। वे दिनभर कमरे में ही रहते और शाम को बाहर निकल जाते। होटल मैनेजर को शक हुआ, तो एक दिन उन्होंने दूसरी चाबी से कमरा खोला। अंदर चल रही फर्जी नोट छपाई देखकर उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी।


🧠 कितने पढ़े-लिखे थे आरोपी?

  • कुछ आरोपी ग्रेजुएट हैं तो कुछ पोस्ट ग्रेजुएट

  • लेकिन बेरोजगारी और जल्दी अमीर बनने की चाह में उन्होंने ये खतरनाक रास्ता चुना।


👮‍♂️ अभी क्या चल रहा है?

पुलिस फिलहाल आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है और जांच में जुटी है कि इस नेटवर्क से और कौन-कौन जुड़ा है। इस पूरे मामले ने नकली नोटों की बढ़ती समस्या की तरफ प्रशासन का ध्यान खींचा है।


📢 निष्कर्ष:

देशभर में नकली नोटों की समस्या लगातार बढ़ रही है। पढ़े-लिखे युवा जब गलत दिशा में कदम उठाते हैं, तो समाज को गंभीर नुकसान होता है। इस घटना से साफ है कि वेब सीरीज जैसे कंटेंट किस तरह युवाओं को प्रभावित कर सकते हैं।