गोमिया विधानसभा क्षेत्र में भी मतदान का काम शुरू हो गया है। सर्दी के बाद भी मतदाता मतदान केन्द्रों पर उमड़ रहे हैं। उनका उत्साह देखते ही बनता है। यह इलाका नक्सल प्रभावित क्षेत्र है। इसकी वजह से सुरक्षा के यहां पर खास इंतजाम किए गए हैं। लेकिन नक्सलियों के प्रभाव के बावजूद मतदाताओं का उत्साह चरम पर है। वे लगातार मतदान केंद्रों पर पहुंचकर अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। विभिन्न मतदान केंद्रों को केंद्रीय अर्धसैनिक बल और झारखंड पुलिस के सशस्त्र दस्ते की सुरक्षा से लैस किया गया है। यहां के विधायक आजसू पार्टी से लंबोदर महतो हैं। इस सीट पर त्रिकोणात्मक मुकाबला है।
आजसू के लंबोदर महतो झारखंड मुक्ति मोर्चा के योगेंद्र महतो और झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा की पूजा कुमारी महतो के बीच मुकाबला त्रिकोणीय है। इस इलाके की भौगोलिक बनावट दुर्गम है और गोमिया विधानसभा क्षेत्र का एक बड़ा भूभाग लंबे समय तक नक्सलियों के प्रभाव में रहा है। इसकी पहचान नक्सलियों के शरणस्थल के रूप में रही है। गोमिया विधानसभा क्षेत्र का झुमरा, चतरोचट्टी नक्सलियों का प्रशिक्षण स्थल के लिए भी कुख्यात रहा है। लेकिन 2024 के विधानसभा चुनाव में यहां लोकतंत्र के आगे खौफ खत्म हुआ हैं। परिस्थितियां लगातार बदलती हुई दिख रही है और नक्सली आतंक पर लोकतंत्र जीतता हुआ नजर आ रहा है। ग्रामीण इलाके की वजह से यहां पर लोग लगातार मतदान केंद्रों पर पहुंच रहे हैं और अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। नक्सली के प्रभाव को देखते हुए यहां पर सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं और अधिकारियों ने मतदाताओं से बेखौफ होकर मतदान करने की अपील की है।