समाचार प्लस
Breaking देश फीचर्ड न्यूज़ स्लाइडर

Republic Day Women Parade: चुनावी साल की गणतंत्र परेड होने वाली है खास, कर्तव्य पथ पर अबकी बार सिर्फ महिलाएं

Election year republic parade is going to be special, this time only women

Republic Day Women Parade: चुनावी साल 2024 गणतंत्र परेड बेहद खास होने वाली है। यह परेड पूरी तरह से महिलाओं को समर्पित होगी। यह परेड इंडियन आर्मी में महिला सशक्तीकरण का एक बेहतरीन नमूना होगा। अभी हाल में नियंत्रण रेखा पर टेरीटोरियल आर्मी की इंजीनियर रेजिमेंटों के साथ महिलाओं की तैनाती की खबरों के बाद एक बड़ी खबर आ रही है कि अगले साल की गणतंत्र दिवस परेड में केवल महिलाएं ही परेड करती नजर आएंगी। कर्तव्य पथ पर परेड और झांकी की तमाम प्रस्तुतियों में महिलाएं ही नजर आएंगी। यह खबर पक्की मानी जा रही है। भले ही रक्षा मंत्रालय ने इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन मंत्रालय के सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है। सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि गणतंत्र दिवस 2024 की परेड में टुकड़ियों, झांकी और प्रदर्शन आदि में केवल महिलाओं की भागीदारी होगी।

रक्षा मंत्रालय महिला सशक्तीकरण को लेकर ले रहा बड़े फैसले

बता दें, इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संगठनात्मक जरूरतों के अनुरूप टेरीटोरियल आर्मी (टीए) की महिला अधिकारियों की नियंत्रण रेखा पर टेरीटोरियल आर्मी की इंजीनियर रेजिमेंटों के साथ और नई दिल्ली में टीए समूह मुख्यालय/ टेरीटोरियल आर्मी महानिदेशालय में स्टाफ ऑफिसर के रूप में तैनाती को मंजूरी दे दी है। इस प्रगतिशील नीतिगत कदम का उद्देश्य महिला अधिकारियों की नियुक्ति के दायरे को बढ़ाने के साथ-साथ उनकी पेशेवर आकांक्षाओं को पूरा करना है। वे अब यूनिटों और नियुक्तियों की एक विस्तृत शृंखला में अपने पुरुष समकक्षों की तरह ही समान स्थितियों के तहत कार्य करेंगी और प्रशिक्षण हासिल करेंगी।

टेरिटोरियल आर्मी ने 2019 से इकोलॉजिकल टास्क फोर्स यूनिट्स, टीए ऑयल सेक्टर यूनिट्स और टीए रेलवे इंजीनियर रेजिमेंट में महिला अधिकारियों की नियुक्ति शुरू की थी। इस अवधि के दौरान प्राप्त हुए अनुभवों के आधार पर, टीए में महिला अधिकारियों के लिए और अधिक नियुक्ति का दायरा बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।

टेरिटोरियल आर्मी नागरिक सैनिकों की सेना की अवधारणा पर आधारित है और इसके अधिकारी नागरिक जीवन में लाभकारी रूप से कार्यरत रहते हुए बुनियादी सैन्य कौशल से संबंधित वार्षिक प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं।

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

यह भी पढ़ें: ‘साथी हाथ बढ़ाना’, विपक्षी एकता के लिए नीतीश कुमार अबकी बार ओडिशा-महाराष्ट्र नेताओं के द्वार

Related posts

Tokyo Olympics : तलवार की धार से Bhavani Devi ने लिख डाला नया इतिहास, प्रेरणादायक है संघर्ष की कहानी

Sumeet Roy

13 मई को पता चलेगा कर्नाटक में फिर आयी भाजपा या कांग्रेस ने मारी बाजी, 1 चरण में 224 सीटों पर 10 मई को पड़ेंगे वोट

Pramod Kumar