वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में 2023-24 का आर्थिक सर्वेक्षण पेश कर दिया है। मॉनसून सत्र की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सम्बोधन के बाद हो गयी है। लोकसभा में पहले दिन वित्त मंत्री ने आर्थिक सर्वेक्षण पेश करते हुए बताया कि सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी), महंगाई, रोजगार दर और राजस्व घाटे के आंकड़े देखने लायक हैं। वित्त मंत्री ने सदन को बताया कि चुनौतियों के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति अच्छी रही है। वित्त वर्ष 2023-24 में जीडीपी ग्रोथ 8.2 फीसदी रही जबकि चालू वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान जीडीपी ग्रोथ 6.5 से 7.5 फीसदी रहने का अनुमान है। आर्थिक सर्वेक्षण के बाद अब मंगलवार को वित्तमंत्री देश का आम बजट पेश करेंगी।
बता दें कि बजट से पहले लोकसभा में आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया जाना पुरानी परम्परा है। बजट से पहले पेश किया वित्त मंत्री एक वार्षिक दस्तावेज पेश करते हैं जिसे आर्थिक सर्वेक्षण कहा जाता है। आर्थिक सर्वेक्षण में देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की जाती है कि बीता वित्त वर्ष आर्थिक दृष्टि से कैसा रहा और आने वाले वित्त वर्ष में आर्थिक सम्भावनाएं क्या रहेंगी। देश में पहली बार आर्थिक समीक्षा 1950-1951 में पेश की गई थी। तब यह बजट दस्तावेजों का हिस्सा थी। मगर 1960 के दशक में इसे बजट से अलग कर दिया गया।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
यह भी पढ़ें: Jharkhand: संताल परगना की डेमोग्राफी पर आर-पार, इरफान का तीखा हमला, भाजपा का भी पलटवार