रांची के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री को हटाये जाने के बाद अब झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता को चुनाव कार्यों से हटाये जाने का निर्वाचन आयोग ने निर्देश जारी कर दिया है। भारत के निर्वाचन आयोग (ECI) ने कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अनुराग गुप्ता को तत्काल हटाने का निर्देश दिया है। चुनाव आयोग ने यह निर्देश शनिवार को झारखंड सरकार को दिया है। अनुराग गुप्ता को डीजीपी के पद से तत्काल प्रभाव से हटाकर कैडर में उपलब्ध सबसे वरिष्ठ डीजीपी स्तर के अधिकारी को प्रभार सौंपने का निर्देश निर्वाचन आयोग ने दिया है।
निर्वचान आयोग ने क्यों जारी किया निर्देश
बता दें कि अनुराग गुप्ता को हटाने का फैसला पिछले चुनावों के दौरान उनके खिलाफ शिकायतों के इतिहास और चुनाव आयोग की ओर से ली गई कार्रवाई को आधार बनाकर लिया गया है। 1990 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी अनुराग गुप्ता के लिए 2019 में उन पर लगे आरोपों के कारण चुनाव कार्य से अलग रखने का निर्देश जारी हुआ है। 2016 में गुप्ता पर आरोप लगा था कि उन्होंने भाजपा के पक्ष में वोट के लिए बड़कागांव की तत्कालीन कांग्रेस विधायक निर्मला देवी को प्रलोभन दिया था। इस मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास के प्रेस सलाहकार अजय कुमार भी आरोपित हैं। इतना ही नहीं, हाल ही में झारखंड हाई कोर्ट ने कोलकाता कैश कांड में डीजीपी अनुराग गुप्ता की भूमिका की सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं। हाई कोर्ट में याचिका दाखिल करने वाले अधिवक्ता राजीव कुमार की रिश्वत की रकम के साथ कोलकाता में गिरफ्तारी में गुप्ता की भूमिका को लेकर सवाल उठते रहे हैं।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
यह भी पढ़ें: Jharkhand: झामुमो, कांग्रेस और राजद में सीट शेयरिंग फॉर्मूला तय, 70 सीटों पर लड़ेंगे JMM-Congress