कृषि कार्य के प्रति जागरूक होकर वर्तमान समय में किसान अच्छा मुनाफा कमाने की सोच रहे हैं। ऐसे में चौलाई के साग की खेती उनके लिए बेहतरीन विकल्प बन सकती है। इसकी खेती करके किसान 90 दिन में 10 लाख रुपया तक कमा सकते हैं। कृषि वैज्ञानिक डा प्रमोद कुमार ने बताया कि अर्का सगुना इसकी सबसे उन्नत किस्म है और यह खेती का बेहतरीन विकल्प बन सकता है। यह न केवल उपज में बेहतर है। बल्कि इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
चौलाई साग की खेती करना बेहद आसान
राष्ट्रीय बीज निगम ने किसानों के हित को ध्यान में रखकर इसके उन्नत किस्म के बीज का ऑनलाइन बिक्री शुरू किया है। ऑनलाइन बीज की खरीददारी करके किसान अपनी खेती को और अधिक सुदृढ़ बना सकते हैं। इस किस्म की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसे उगाना बेहद आसान है। इसकी पत्तियां हल्की हरे रंग की होती है।
किचन गार्डन के साथ टेरिस में भी उगाया जा सकता है साग
इसे किचन गार्डन के साथ-साथ टेरिस में भी उगाया जा सकता है। इस साग की पहली कटाई 25 से 30 दिन के भीतर की जा सकती है। इसके बाद 90 दिन के भीतर 5 से 7 बार कटाई की जा सकती है। बारिश के मौसम में इसकी खेती सबसे लाभप्रद है। इसकी खेती करके 25 से 30 टन तक प्रति हेक्टेयर के हिसाब से उपज प्राप्त की जा सकती है। इसकी खेती वैसे किसानों के लिए बहुत ही फायदेमंद है, जो इसके फसल को छोटे स्तर पर उगाना चाहते हैं। इसे खेत में लगाने से पूर्व सड़ी हुई गोबर की खाद डालना आवश्यक है। इसके बीज को छिड़कर अथवा रोपण विधि से बुवाई की जा सकती है। रोपण विधि से अधिक पैदावार मिलती है।
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