Duryodhan Mahato Surrendered: रांची: 15लाख के इनामी रीजनल कमांडर मिथिलेश महतो उर्फ दुर्योधन महतो (Mithilesh Mahto alias Duryodhan Mahto)ने झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के तहत शुक्रवार को पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है.इसके विरुद्ध राज्य के विभिन्न जिलों में कुल100से ज्यादा कांड दर्ज है.
इनामी दुर्योधन महतो (Duryodhan Mahato) भाकपा माओवादी संगठन में सक्रिय सदस्य था. हाल के दिनों में संगठन दुर्योधन से नाराज था और उसके साथ भेदभाव किया जा रहा था. इससे परेशान होकर पिछले दिनों संगठन छोड़ कर भाग निकला और पुलिस के पास पहुंच गया. बता दें कि बोकारो, गिरिडीह और उत्तरी छोटानागपुर कमेटी के कमांडर रहते दुर्योधन ने कई नक्सली घटनाओं को अंजाम दिया था.
इनामी दुर्योधन महतो भाकपा माओवादी संगठन में सक्रिय सदस्य था. यही वजह था कि दुर्योधन को उत्तरी छोटानागपुर के कमांडर की जिम्मेदारी दी गई थी. लेकिन हाल के दिनों में संगठन दुर्योधन से नाराज था और भेदभाव किया जा रहा था. इससे परेशान होकर पिछले दिनों संगठन छोड़ कर भाग निकला और पुलिस के पास पहुंच गया. बता दें कि बता दें कि बोकारो, गिरिडीह और उत्तरी छोटानागपुर कमेटी के सैक कमांडर रहते दुर्योधन ने कई नक्सली घटनाओं को अंजाम दिया था.
झारखंड पुलिस की ओर से लगातार नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. इससे नक्सली संगठनों में दहशत है. नक्सली संगठनों के सदस्य जान बचाकर इधर-उधर भाग रहे है और छिपकर रहने को मजबूर है. इस सर्च ऑपरेशन का असर यह हुआ कि छोटे-बड़े नक्सली आत्मसमर्पण करने का मन बना रहे है. जनवरी से लेकर अब तक 11 नक्सलियों ने झारखंड पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर चुका है. झारखंड पुलिस मुख्यालय के अधिकारी सूत्रों ने बताया कि एक दर्जन से ज्यादा माओवादी हथियार डालने के लिए पुलिस के संपर्क में हैं.