• India
Jharkhand MLM Scam, 307 Crore MLM Fraud, ED Action Jharkhand, Chandra Bhushan Singh Arrest, Priyanka Singh MLM Case, Jharkhand Crime News, ED Raid News, MLM Scam India, samacharplus, samachar plus, samachar plus Jharkhand, samacharplus bihar, samachar plus live, sumeet roy, sumeet roy samacharplus, ranchi, ranchi news, ranchi samachar, Jharkhand, Jharkhand updates , Jharkhand news, Jharkhand khabar, समाचार प्लस, समाचार प्लस झारखंड, समाचार प्लस लाइव, रांची, रांची न्यूज़, रांची खबर, रांची समाचार, रांची अपडेट, झारखण्ड, झारखंड खबर, झारखंड न्यूज़, झारखंड समाचार, sumeet roy ranchi, Jharkhand crime, crime news, Jharkhand murder, Jharkhand sports, Jharkhand politics, samacharplus Jharkhand, samachar plus ranchi, samacharplus ranchi,  | झारखंड
झारखंड

झारखंड में MLM के नाम पर 307 करोड़ की ठगी, ED ने Chandar Bhushan Singh और Priyanka Singh को किया गिरफ्तार

झारखंड में 307 करोड़ रुपये के MLM फ्रॉड का बड़ा खुलासा। ED ने मैक्सिजोन टच प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर चंदर भूषण सिंह और प्रियंका सिंह को PMLA के तहत गिरफ्तार किया। जानिए कैसे दिया गया ऊंचे रिटर्न का झांसा।

झारखंड में मल्टी-लेवल मार्केटिंग (MLM) के नाम पर चल रहे एक बड़े वित्तीय घोटाले का प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पर्दाफाश किया है। ईडी ने मेसर्स मैक्सिजोन टच प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर चंदर भूषण सिंह और उनकी पत्नी प्रियंका सिंह को करीब 307 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार किया है। दोनों की गिरफ्तारी प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA), 2002 के तहत 16 दिसंबर को रांची जोनल ऑफिस द्वारा की गई।

ऊंचे रिटर्न का लालच देकर रचा गया ठगी का मकड़जाल

ईडी की जांच में सामने आया है कि आरोपियों ने एक फर्जी MLM स्कीम के जरिए आम लोगों को उच्च मासिक रिटर्न और आकर्षक रेफरल बोनस का झांसा दिया। इस योजना के तहत देशभर के निवेशकों से पैसा जुटाया गया और कम से कम 21 बैंक खातों में 307 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जमा कराई गई। बाद में यह पूरी रकम अपराध की कमाई के रूप में सामने आई।

तीन साल से थे फरार

जांच में यह भी खुलासा हुआ कि भारी मात्रा में पैसा इकट्ठा करने के बाद चंदर भूषण सिंह और प्रियंका सिंह निवेशकों को छोड़कर फरार हो गए। दोनों पिछले तीन वर्षों से झारखंड, राजस्थान और असम पुलिस समेत अन्य जांच एजेंसियों से बचते फिर रहे थे

रियल एस्टेट में खपाया काला धन

ईडी को जांच में पता चला कि आरोपियों ने अवैध कमाई को वैध दिखाने के लिए बेनामी लेनदेन के जरिए कई रियल एस्टेट संपत्तियां खरीदीं। इसके अलावा, जमा राशि को नकदी में बदलकर मनी लॉन्ड्रिंग की गई। गिरफ्तारी से बचने के लिए उन्होंने ‘दीपक सिंह’ जैसे फर्जी नामों और जाली पहचान पत्रों का भी इस्तेमाल किया।

देशभर में दर्ज FIR के बाद शुरू हुई ED की जांच

ईडी ने झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और कर्नाटक में दर्ज कई FIR के आधार पर इस मामले में जांच शुरू की थी। इससे पहले 16 सितंबर और 3 दिसंबर को दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, वैशाली (बिहार), मेरठ, रांची और देहरादून में एक साथ कई ठिकानों पर छापेमारी की गई थी।

छापेमारी में क्या-क्या बरामद हुआ

तलाशी अभियान के दौरान ईडी को बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक सामग्री हाथ लगी, जिसमें शामिल हैं:

  • फर्जी पहचान पत्र और जाली दस्तावेज

  • हाथ से लिखी डायरी और नोट्स, जिनमें लेनदेन का ब्योरा

  • 10 लाख रुपये से अधिक नकद

  • विभिन्न कंपनियों की चेक बुक

  • लैपटॉप और मोबाइल फोन जैसे डिजिटल सबूत

  • USDT 15,000 की क्रिप्टोकरेंसी

  • कई रियल एस्टेट संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज

5 दिन की ED रिमांड

आरोपी चंदर भूषण सिंह को विशेष न्यायालय, रांची (PMLA) द्वारा 5 दिन की ईडी हिरासत में भेज दिया गया है। ईडी अब इस घोटाले से जुड़े अन्य लोगों और संपत्तियों की भी जांच कर रही है।

इनपुट: IANS

You can share this post!

Comments

Leave Comments