बिहार में अवैध हथियारों की तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत एसटीएफ और स्थानीय पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। नालंदा जिले के लहेरी थाना क्षेत्र अंतर्गत सोहन कुआं मोहल्ले में संयुक्त छापेमारी कर पुलिस ने एक संगठित हथियार तस्करी गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस कार्रवाई में कुल पांच तस्करों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें झारखंड के जमशेदपुर जिले के तीन सगे भाई भी शामिल हैं।
पुलिस की इस कार्रवाई से झारखंड-बिहार सीमा पर सक्रिय हथियार तस्करी नेटवर्क को बड़ा झटका लगा है।
भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद
छापेमारी के दौरान पुलिस ने आरोपियों के पास से भारी मात्रा में अत्याधुनिक हथियार और कारतूस बरामद किए हैं, जिसे देखकर अधिकारी भी हैरान रह गए।
बरामद सामग्री में शामिल हैं:
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, इतनी बड़ी मात्रा में हथियारों की बरामदगी इस बात की ओर इशारा करती है कि गिरोह बड़े आपराधिक नेटवर्क से जुड़ा हुआ है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
गिरफ्तार तस्करों की पहचान इस प्रकार की गई है:
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परवेज – निवासी बारादरी, नगर थाना क्षेत्र
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सौरभ झा – निवासी मुंगेर
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जीआरजई, महबूब, जाहिद हुसैन – निवासी पूर्वी सिंहभूम (जमशेदपुर)
पुलिस के अनुसार, जमशेदपुर के तीनों आरोपी आपस में सगे भाई हैं और लंबे समय से आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त रहे हैं। इनका नाम पहले भी कई संदिग्ध मामलों में सामने आ चुका है।
गुप्त सूचना पर हुई सटीक कार्रवाई
लहेरी थानाध्यक्ष रंजीत कुमार रजक ने बताया कि एसटीएफ को गुप्त सूचना मिली थी कि सोहन कुआं मोहल्ले में त्रिभूवन प्रसाद के मकान के एक फ्लैट में हथियारों की बड़ी खेप डिलीवर होने वाली है।
सूचना में यह भी बताया गया था कि:
सूचना की गंभीरता को देखते हुए एसटीएफ ने तुरंत स्थानीय पुलिस के साथ संयुक्त रणनीति तैयार की।
रणनीतिक छापेमारी में रंगे हाथ गिरफ्तार
सूचना का सत्यापन करने के बाद पुलिस टीम ने तय समय पर फ्लैट की चारों ओर से घेराबंदी कर छापेमारी की। जैसे ही सभी तस्कर एकत्र हुए, पुलिस ने दबिश देकर पांचों आरोपियों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
इस पूरी कार्रवाई को बेहद गोपनीय रखा गया था, ताकि तस्करों को भागने का मौका न मिले।
हथियारों की सप्लाई चेन खंगालने में जुटी पुलिस
गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब इस गिरोह के:
इन सभी बिंदुओं पर गहन जांच कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि पूछताछ के दौरान कई अहम सुराग हाथ लगने की संभावना है।
झारखंड-बिहार सीमा पर बढ़ी चुनौती
यह मामला सामने आने के बाद झारखंड और बिहार की सीमा पर अवैध हथियार तस्करी को लेकर पुलिस की चुनौती और बढ़ गई है। सुरक्षा एजेंसियां मान रही हैं कि यह गिरोह केवल एक कड़ी है और इसके पीछे अंतरराज्यीय नेटवर्क काम कर रहा है।
पुलिस का सख्त संदेश
पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट कहा है कि:
“अवैध हथियारों की तस्करी किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ऐसे संगठित गिरोहों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
निष्कर्ष (Conclusion):
नालंदा में हुई यह कार्रवाई न सिर्फ बिहार बल्कि झारखंड में भी सक्रिय हथियार तस्करी नेटवर्क के लिए बड़ा झटका है। जमशेदपुर के तीन सगे भाइयों की गिरफ्तारी से यह साफ हो गया है कि तस्करी का जाल राज्य की सीमाओं से परे फैला हुआ है। आने वाले दिनों में पुलिस की जांच से और भी बड़े खुलासे होने की उम्मीद है।