• India
ramgarh news, jharkhand news, wild elephant terror, elephant menace ramgarh, ramgarh protest, forest department, road jam news, rural protest, jharkhand breaking news, samacharplus, samachar plus, samachar plus Jharkhand, samacharplus bihar, samachar plus live, sumeet roy, sumeet roy samacharplus, ranchi, ranchi news, ranchi samachar, Jharkhand, Jharkhand updates , Jharkhand news, Jharkhand khabar, समाचार प्लस, समाचार प्लस झारखंड, समाचार प्लस लाइव, रांची, रांची न्यूज़, रांची खबर, रांची समाचार, रांची अपडेट, झारखण्ड, झारखंड खबर, झारखंड न्यूज़, झारखंड समाचार, sumeet roy ranchi, Jharkhand crime, crime news, Jharkhand murder, Jharkhand sports, Jharkhand politics, samacharplus Jharkhand, samachar plus ranchi, samacharplus ranchi, samachar plus editor, samacharplus news, samacharplus updates, samacharplus news, samachar plus bihar | झारखंड
झारखंड

रामगढ़ में जंगली हाथियों का कहर, वन विभाग की लापरवाही पर ग्रामीणों ने किया सड़क जाम

रामगढ़ में जंगली हाथियों के बढ़ते कहर के विरोध में ग्रामीणों ने चार नंबर चौक जाम कर दिया। प्रशासन और वन विभाग की लापरवाही पर फूटा गुस्सा, आवागमन ठप।

जंगली हाथियों के लगातार बढ़ते आतंक और कथित प्रशासनिक लापरवाही के विरोध में बुधवार को रामगढ़ जिले के चार नंबर चौक को स्थानीय ग्रामीणों ने पूरी तरह जाम कर दिया। सुबह से ही बड़ी संख्या में ग्रामीण सड़क पर उतर आए और जिला प्रशासन व वन विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की, जिससे पूरे इलाके में तनावपूर्ण माहौल बन गया।

सड़क जाम कर जताया आक्रोश

सुबह होते ही चार नंबर चौक और उसके आसपास के गांवों से आए ग्रामीण सड़कों पर जमा हो गए और चौक को चारों ओर से बंद कर दिया। प्रदर्शन के कारण आवागमन पूरी तरह ठप हो गया, जिससे स्कूली बच्चों, ऑफिस जाने वालों और यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई वाहन घंटों तक जाम में फंसे रहे।

प्रशासन पर लापरवाही का आरोप

प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में जंगली हाथियों का उपद्रव लगातार बढ़ रहा है। हाथियों के झुंड रिहायशी इलाकों में घुसकर फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं और लोगों की जान को भी खतरा बना हुआ है। इसके बावजूद वन विभाग और जिला प्रशासन कोई ठोस और स्थायी कदम नहीं उठा रहा है।

ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन की निष्क्रियता के कारण हाथियों का आतंक थम नहीं पा रहा है। कई परिवार रात-रात भर जागकर पहरा देने को मजबूर हैं, जिससे आम जीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।

ग्रामीणों की प्रमुख मांगें

प्रदर्शनकारियों ने मांग की है कि

  • जंगली हाथियों को जंगल तक सीमित रखने के लिए स्थायी और प्रभावी उपाय किए जाएं

  • प्रभावित परिवारों को तुरंत और उचित मुआवजा दिया जाए

  • संवेदनशील इलाकों में वन विभाग की नियमित गश्त और निगरानी बढ़ाई जाए

ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। फिलहाल प्रशासन की ओर से प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर जाम हटवाने की कोशिश की जा रही है।

You can share this post!

Comments

Leave Comments