प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार को देशभर में एक बड़े समन्वित अभियान के तहत उत्तर प्रदेश, झारखंड और गुजरात में कोडीन-आधारित कफ सिरप की तस्करी और हेराफेरी में शामिल नेटवर्क पर ताबड़तोड़ छापेमारी की। यह कार्रवाई 67 आरोपियों के खिलाफ ECIR दर्ज होने के कुछ घंटों के भीतर शुरू की गई, जिससे पूरे मॉड्यूल में हड़कंप मच गया है।
25 स्थानों पर एक साथ छापेमारी
लखनऊ क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा दर्ज ECIR के आधार पर, ED की कई टीमों ने केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के साथ मिलकर 25 लोकेशनों पर सर्च ऑपरेशन चलाया।
तलाशी अभियान उन आरोपियों से जुड़े कारखानों, गोदामों और आवासीय परिसरों पर केंद्रित रहा, जिन पर अवैध कोडीन सिरप निर्माण और डायवर्जन का आरोप है।
कहां-कहां चली छापेमारी?
उत्तर प्रदेश में
ED ने लखनऊ, सहारनपुर, वाराणसी और गाजियाबाद में व्यापक तलाशी अभियान चलाया। इन इलाकों में अवैध मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स और फर्जी डॉक्यूमेंटेशन का बड़ा नेटवर्क पाया गया था।
झारखंड में
रांची में भी जांच टीमों ने दबिश दी, जहां कुछ गोदामों और ट्रांसपोर्ट नेटवर्क पर संदिग्ध गतिविधियों की शिकायतें मिली थीं।
गुजरात में
अहमदाबाद में समानांतर छापेमारी की गई, जो बॉटलिंग और अवैध सप्लाई चैन का एक प्रमुख केंद्र बताया जाता है।
अधिकारियों के अनुसार, ये सभी लोकेशन कोडीन-आधारित कफ सिरप के अवैध निर्माण, पैकिंग और तस्करी में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे थे।
24 FIR पर आधारित है ED की जांच
सूत्रों का कहना है कि ED द्वारा दर्ज ECIR पिछले एक वर्ष में उत्तर प्रदेश पुलिस, STF और ड्रग विभाग (FSDA) द्वारा दर्ज की गई 24 FIR पर आधारित है। इन FIR में शामिल है:
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बड़ी मात्रा में अवैध/गलत लेबल वाले कोडीन सिरप की जब्ती
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फर्जी GST इनवॉइस
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हेरफेर किए गए स्टॉक रजिस्टर
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अपंजीकृत ट्रांसपोर्टर
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छिपी हुई गैर-लाइसेंसधारी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स
ये FIR लखनऊ, चंदौली, वाराणसी, गाजियाबाद, सोनभद्र, सुल्तानपुर, कानपुर नगर, जौनपुर, बहराइच, भदोही और गाजीपुर जैसे जिलों में दर्ज हुई थीं।
कोडीन सिरप रैकेट पर कसा शिकंजा
यह नेटवर्क नशे की अवैध सप्लाई चेन का एक बड़ा हिस्सा माना जा रहा है, जिसमें मेडिकल कंपनियों, सप्लायरों, बॉटलिंग यूनिट्स, ट्रांसपोर्ट नेटवर्क और अवैध भंडारण केंद्रों की मिलीभगत का संदेह है।
ED की इस कार्रवाई से इस पूरे रैकेट की कमर टूटने की संभावना जताई जा रही है।