समीकरण पक्ष में होते हुए भी वादे निभाने की ढेरों चुनौतियां हैं हेमंत सोरेन के साथ!

छठी झारखंड विधानसभा की शुरुआत हो गयी है। झामुमो के नेतृत्व में इंडी गठबंधन ने प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता सम्भाली है। विधानसभा सत्र की शुरुआत तो हो चुकी है, अब झामुमो के सामने बड़ी चुनौतियां भी आने वाली हैं। विधानसभा चुनाव में बड़े-बड़े वादे करने के बाद हेमंत सोरेन फिर से सत्ता में आये हैं। अब वे वादे चुनौतियों के रूप में उनके सामने आ खड़े हुए हैं। क्योंकि उन वादों को अब पूरा भी करना है। इंडी गठबंधन ने 81 सीटों में से 56 सीटों पर कब्जा जमाया है। यह बहुमत से काफी ज्यादा तो है, लेकिन दो तिहाई से थोड़ा कम है। खैर, सीएम हेमंत सोरेन अब जो भी विधेयक सदन में लायेंगे, उनका विरोध करने के लिए एनडीए के पास ज्यादा संख्या-बल नहीं है। तो सवाल यह है कि हेमंत सोरन अपने गठबंधन के संख्या-बल पर अपने विधेयकों को पास करा पायेंगे?

हेमंत सोरेन को क्या-क्या हैं वादें?

  1. 1932 के खतियान के आधार पर स्थानीयता की नीति।
  2. ओबीसी के आरक्षण की सीमा को बढ़ाना।
  3. आरक्षण की सीमा को 50 प्रतिशत से अधिक करना।
  4. आदिवासियों के लिए सरना कोड।
  5. राज्य के लिए पेसा कानून।

इसमें कोई संशय नहीं है कि हेमंत सोरेन अपने वादों के अनुसार, ये सभी बिल सदन के पटल पर रखेंगे। और ये सभी बिल सदन से पास भी हो जायेंगे। लेकिन सिर्फ सदन से पास हो जाने के बाद की जो कानूनी और संवैधानिक अड़चनें हैं, उसका हल कैसे निकल पायेगा यह देखने वाली बात है। उदाहरण केलिए 1932 के खतियान आधारित स्थानीयता नीति को हेमंत सोरेन अपने पिछले कार्यकाल में ही पारित करा चुके हैं। लेकिन राज्यपाल रमेश बैस ने उस पर संवैधानिक अड़चन लगा दी थी, उसके बाद उसके आगे और कुछ नहीं हो पाया। इस बार भी ऐसा हो सकता है।

विधानसभा का क्या है दलीय गणित?

झारखंड विधानसभा में चुनावी गणित हेमंत सरकार के पक्ष में है। इंडी गठबंधन में झामुमो सदन में सबसे बड़ी पार्टी है। झामुमो के पास सबसे ज्यादा 34 सीटें हैं। कांग्रेस के पास 16, राजद के पास 4 और सीपीआईएमएल के पास 2 सीटें हैं। वहीं इंडी गठबंधन में भाजपा के पास 21 सीटें हैं। इसकेअलावा उसकी सहयोगी पार्टियों में 1 सीट आजसू , 1 सीट जदयू और 1 सीट एलजेपीआरवी के पास हैं। इनके अलावा जयराम महतो की पार्टी जेएलकेएम ने भी एक सीट जीती है।

  • इंडी गठबंधन – 56 सीटें
  • एनडीए          – 24 सीटें
  • जेएलकेएम    – 01 सीट

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

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