प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने आईएएस की तेज तर्रार अधिकारी रहीं पूजा सिंघल ( IAS Pooja Singhal) की गिरफ्तारी के बाद जो कार्रवाई की है उससे सरकारी विभाग सकते में आ गए हैं और सतर्क हो गए हैं. अब पूरी कोशिश की जा रही है कि कहीं से विभाग की कोई नकरात्मक खबर मीडिया में न आये. इसे लेकर कुछ विभागों ने लिखित और कुछ ने मौखिक सूचना जारी की है. जिसके बाद सरकारी कर्मी और पदाधिकारी मीडिया से दूरी बना रहे हैं.
ग्रामीण विकास विभाग ने सूचना जारी की
ईडी की पूजा सिंघल (Pooja Singhal)के ठिकानों पर छापेमारी के दिन ही ग्रामीण विकास विभाग (MNREGA) सतर्क हो गया. छापेमारी मनरेगा से जुड़े घोटालों को लेकर हुई थी. इसलिए 6 मई को ही ग्रामीण विकास विभाग ने मनरेगा के पदाधिकारियों और कर्मचारियों के लिए सूचना जारी की, कि अगर मनरेगा से जुड़ी कोई बात बाहर आयी तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
ग्रामीण विकास विभाग द्वारा जारी सूचना में कहा गया है कि ऐसा पता चला है कि राज्य मनरेगा कोषांग के पदाधिकारी और कर्मचारी मनरेगा से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर सूचना बिना अधिकारियों की जानकारी के ही मीडिया को दे रहे हैं. ऐसे सभी पदाधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिया जाता है कि मनरेगा से जुड़ी ऐसी सभी सूचनाएं जो निर्णय के लिए प्रक्रिया के अधीन हैं, या जिनपर वरीय पदाधिकारियों की अनुमति नहीं ली गई है, उसे मीडिया या क्षेत्रीय कार्यालयों को देने वाले कर्मी और पदाधिकारी चिन्हित होने पर दंडित किये जाएंगे.
पदाधिकारी सूचनाएं देने में हिचकिचा रहे हैं
पूजा सिंघल पर कार्रवाई के बाद तो उद्योग और खान विभाग में तो पूरी तरह सन्नाटा पसरा है. पदाधिकारी और कर्मचारी सहमे हुए हैं. वहीं दूसरे सरकारी विभागों के भी पदाधिकारी भी मीडिया से दूरी बना रहे हैं. नगर विकास, भवन निर्माण, पर्यटन, पेयजल समेत अन्य विभागों के पदाधिकारी और पब्लिक रिलेशन ऑफिसर जो मीडिया को खबर उपलब्ध कराते थे, वे भी अब विभाग से जुड़ी खबरों पर बात नहीं कर रहे. वो यह कहकर पल्ला झाड़ ले रहे हैं कि फिलहाल कोई भी खबर या विभाग में होने वाले डेवलपमेंट विभागीय सचिव के द्वारा ही दी जाएगी.
ये भी पढ़ें : वाराणसी कोर्ट में ज्ञानवापी सर्वे रिपोर्ट पेश, सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सुनवाई अब कल