Deoghar Ropeway Accident: देवघर में त्रिकुट पर्वत पर रोप-वे हादसे में फंसे लोगों को निकालने की जद्दोजहद 45 घंटे से जारी है। अब तक 44 लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है, 4 लोगों को सुरक्षित निकालना अब शेष है। ये सभी पर्यटक ट्रॉली हादसा होने के बाद रविवार से ही फंसे हुए थे। पर्यटकों को निकालने का काम सोमवार की सुबह चालू हो सका जब सेना, वायुसेना और आईटीबीपी ने वहां मोर्चा सम्भाला था। सोमवार शाम अंधेरा होने के बाद रेस्क्यू अभियान चला तब तक 33 लोगों को निकाला जा चुका था यानी 13 लोग तब भी फंसे हुए थे। तीसरे दिन मंगलवार सुबह छह बजे से फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया और अब तक 44 लोगों को निकाला जा चुका है। एयरफोर्स के जवानों ने हेलिकॉप्टर से 2500 फीट की ऊंचाई पर पहुंचकर रोप-वे की दो ट्रॉलियों में फंसे 9 लोगों को निकाल लिया है। अधिक ऊंचाई पर होने की वजह से जवानों को रेस्क्यू करने में मुश्किलें आ रही हैं। जिन लोगों को सुरक्षित निकाला गया है उन सभी को देवघर के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस संबंध में देवघर के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने भी बताया कि एयरफोर्स, आईटीबीपी और एनडीआरएफ की टीमें सुबह से लोगों को एयरलिफ्ट कर रही हैं। बता दें कि इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो चुकी है। दो महिलाओं की मौत हादसे के बाद हुई थी जबकि रेस्क्यू ऑपरेशन के क्रम में सोमवार को एक एक शख्स को ट्रॉली से निकालकर हेलीकॉप्टर के अंदर लिया जा रहा था, तभी उसका हाथ छूट गया और वह नीचे खाई में गिर गया।
अब तक इस ऑपरेशन में वायुसेना के तीन हेलिकॉप्टर लगाए गए हैं। आला अधिकारी लगातार मौके पर कैंप कर रहे हैं। इस हादसे में बचाए गए कुछ लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। इनमें महिलाएं और बच्चियां शामिल हैं। कुछ घायलों को आईसीयू में भी रखा गया है।
बता दें कि देवघर जिले के त्रिकुट पहाड़ की चोटी पर स्थित रोप-वे के यूटीपी स्टेशन का रोलर रविवार को अचानक टूट गया। था जिससे यह हादसा हुआ था। हादसे के दौरान ट्रॉलियों में 48 लोग फंसे थे।
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