चीन नयी-नयी तकनीक पेश कर दुनिया को चौंकाता और कभी-कभी परेशान भी करता रहता है। इस बार भी उसने ऐसी तकनीक दुनिया के सामने प्रस्तुत की है जिससे न सिर्फ अमेरिका जैसे देश के कान खड़े हो गये हैं, बल्कि तकनीकी की दुनिया के बादशाह एलन मस्क की भी नींद उड़ी हुई है। दरअसल यह चीनी स्टार्टअप की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) है। चीन ने डीपसीक-R1 से तकनीकी दुनिया में उथल-पुथल मचा दी है।
अमेरिका की परेशानी यह है कि डीपसीक लॉन्च के बाद वॉल स्ट्रीट पर इसके प्रभाव से एनवीडिया को एक दिन में भारी नुकसान हुआ और अन्य बड़ी कंपनियों की शेयर कीमतों में गिरावट आ गयी।
दुनिया के लिए डीपसीक को क्यों चुनौती माना जा रहा है?
दरअसल, कम लागत में तैयार होने वाला डीपसीक मॉडल OpenAI जैसी बड़ी प्रतिद्वंद्वियों के लिए चुनौती बन चुका है। डीपसीक को 2023 में लियांग वेनफेंग ने स्थापित किया था। कंपनी ने केवल एक साल में AI क्षेत्र में बड़ा मुकाम हासिल किया है। R1 मॉडल OpenAI के GPT-4 और मेटा के LLaMA जैसे मॉडल के मुकाबले कम लागत में समान क्षमताएं प्रदान करता है। डीपसीक-R1 मॉडल अन्य AI कंपनियों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। यह चुनौती इसलिए बन सकता है क्योंकि अमेरिका और अन्य देशों की कंपनियां AI मॉडल्स के लिए अरबों डॉलर खर्च करती हैं, लेकिन डीपसीक ने इसे बहुत कम लागत में तैयार किया गया है।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
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