CP Singh’s question to Banna Gupta : स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता (Banna Gupta) ने आपत्तिजनक वीडियो मामले पर बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस किया। इस दौरान उन्होंने सफाई में जो कुछ भी कहा, उस पर रांची विधायक सीपी सिंह (CP singh) ने उनसे सवाल (CP Singh’s question to Banna Gupta)किया है। उन्होंने मंत्री बन्ना गुप्ता (Banna Gupta) के द्वारा प्रेस कांफ्रेंस में कई बार उनके नाम का जिक्र करने पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनका सिद्धांत है कि वह किसी के व्यक्तिगत मामलों पर टीका टिप्पणी न तो करते हैं और न ही कभी किया है। सीपी सिंह (CP singh)ने कहा कि बन्ना गुप्ता के मामले में भी जब मीडिया ने कई बार उनसे बाइट लिया था तो हर बार उन्होंने यही कहा था कि यह मामला पुलिस के पास है और पुलिस इसकी जल्द जांच कर सच्चाई सामने लाए। लेकिन जमाना कुछ ऐसा हो गया है कि लोग शराफत को कमजोरी समझने की अक्सर भूल कर बैठते हैं, यही भूल बन्ना गुप्ता (Banna Gupta) ने भी की। उन्होंने कहा है कि वह इस कीचड़ में कूदना तो बिलकुल भी नहीं चाहते, लेकिन बुधवार को जब बन्ना गुप्ता के प्रेस कांफ्रेंस से लगभग साफ ही हो गया है कि वह अपने मामले की लीपापोती में लग गए हैं और इसके बाद भी वे मीडिया के सामने सीना चौड़ा कर बैठे हैं तो लगे हाथ मेरे भी दो चार प्रश्न का जवाब दे ही दें।
सीपी सिंह के बन्ना गुप्ता से सवाल
(1) 24 की रात्रि को मेरे फोन नंबर पर रात 1:15 बजे कॉल आया , कॉल उठाने से लेकर काटने तक जो भी 15-20 सेकेंड लगा होगा उसकी पूरी जानकारी मोबाइल नंबर के साथ कल ही प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से सभी को दे दी है तो अब किंतु परंतु कहां है बन्ना गुप्ता जी?
(2) ऐसे हजारों मामले आजकल रोज सामने आ रहे हैं, पैसे कमाने का एक बेहद ही घटिया और बेहूदा तरीका शातिर अपराधियों ने इजाद किया है। जो फंसा वो या तो पैसे देकर पीछा छुड़ा रहा है, कुछ घर छोड़कर भाग गए तो कुछ ने अपराध बोध में जान ही दे दी। लोगों के बीच इसको लेकर जागरूकता फैलाना जरूरी है। क्या आप स्पष्टता से बता पाएंगे कि आप ऐसे किसी मामले में फंसे हैं या आपका मामला कुछ “दूसरा” है?
(3) कहीं ऐसा तो नहीं कि बन्ना गुप्ता के मामले को दबाने या छुपाने के लिए उनके या उनके सहयोगियों के ही द्वारा कुछ ऐसा षड्यंत्र किया गया हो कि उनका मामला ठंडा हो जाए या दब जाए? लेकिन षड्यंत्र तो विफल हो गया, अब क्या कीजिएगा बन्ना गुप्ता जी? पुलिस इसकी भी जांच करें एवं वस्तु स्थिति बताएं।
(4) कल भी मैं सुबह सोकर उठा तो देखा कि 24 की रात्रि 1:15 की तरह 25 की रात्रि को भी 1:25 बजे दूसरे नंबर से एक मिस्ड कॉल आया था, मतलब बन्ना गुप्ता समझ लिए हो क्या भाई? या कांग्रेसी समझ लिए हो? कारवाई के लिए इसकी जानकारी मैंने एस.एस.पी, रांची एवं थाना प्रभारी, लालपुर को कल दोपहर में ही दे दी है। सरकार आपकी है, आप सरकार में मंत्री हैं बन्ना गुप्ता जी, जरा पता लगाएं कि आखिर माजरा क्या है?
(5) आखिर बन्ना गुप्ता मीडिया के सवालों से भागते हुए क्यों दिखे? क्या उनमें जरा भी हिम्मत है तो वह बताएं कि आखिर वे किससे बात कर रहे थे? मोबाइल नंबर क्या था? समाचार पत्रों से मुझे जो समझ आया, उससे प्रतीत होता है कि आपका मामला मेरे मामले से बेहद अलग है। आप मेरे मामले की ओट लेने को इतने आतुर क्यों हैं?
(6) मुझे रांची पुलिस पर पूरा भरोसा है कि वे मामले का उद्भेदन जरूर करेंगे, लेकिन एहतियातन तौर पर मैं आज उत्तर प्रदेश के डीजीपी को भी एक पत्र लिखूंगा (चूंकि नंबर पूर्वी यूपी का बताया जा रहा है) कि जरा वह भी अपने स्तर से पता लगाएं कि इन सबके पीछे कौन है। क्या बन्ना गुप्ता भी मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर सीबीआई जांच की मांग करने की हिम्मत रखते हैं?
मैं तो सलाह दूंगा कि वे एक पत्र मुख्यमंत्री को लिखें और अपने मामले के साथ साथ मुझे फंसाने की विफल कोशिश करने वालों को भी सजा दिलाने के लिए सीबीआई जांच की मांग करें। उम्मीद है झारखंड सरकार में एक मंत्री के रूप में कुछ नहीं तो इतना तो कर ही सकते हैं आप।
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