न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
चीन में कोरोना के ओमिक्रोन वेरिएंट BF.7 ने कोहराम मचा रखा था। दुनिया के कई देश भी कोरोना वायरस से सहमे हुए हैं। सुरक्षा कारणों से भारत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और स्वास्थ्य विभाग लगातार बैठकें कर जनता के लिए गाइडलाइन्स जारी कर रहे हैं। कई राज्यों ने अपने नागरिकों को मास्क पहनने तथा अन्य उपायों की सलाह दे दी है। साथ ही सामाजिक समारोहों से बचने के लिए भी कहा जा रहा है। वहीं कोरोना पर पहले भी सटीक भविष्यवाणी कर चुके IIT कानपुर ने फिर एक बड़ा दावा किया है। IIT कानपुर ने अपनी एक स्टडी में कहा है कि भारत के लोगों को कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है। भारत की करीब 98 प्रतिशत आबादी ने कोविड-19 के खिलाफ प्राकृतिक प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर ली है।
हालांकि IIT कानपुर ने यह आशंका जरूर जतायी है कि संभव हो कि कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों के कारण कोरोना की एक नई और छोटी लहर देखने को मिले। इससे ज्यादा देश में किसी बड़े खतरे का कोई अंदेशा नहीं है। बता दें, IIT कानपुर ने अपने मैथमेटिकल मॉडल के आधार कोरोना की भविष्यवाणियां पहले भी की हैं और ये भविष्यवाणियां लगभग सही साबित हुई हैं। IIT कानपुर के आकलन के अनुसार भारत की तुलना में चीन में प्रतिरोधक क्षमता काफी कम है। चीन में अक्टूबर तक सिर्फ 5 प्रतिशत और नवंबर में 20 प्रतिशत आबादी में प्राकृतिक प्रतिरोधक क्षमता थी। इसी दौरान चीन में कोरोना प्रोटोक़ल और लॉकडाउन के खिलाफ जो सड़कों पर जबरदस्त आन्दोलन हुए उसके कारण नवंबर से ही वहां कोरोना के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी शुरू हुई। IIT कानपुर का यह भी कहना है कि भारत की तरह जिन देशों ने प्राकृतिक प्रतिरक्षा हासिल कर ली है वहां फिलहाल कोई खतरा नहीं हैं।
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