न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
क्या वाकई जून के महीने से चौथी लहर आने की भविष्यवाणी सच होने जा रही है? विश्व के दूसरे देशों में कोरोना के नये वेरिएंट XE के कारण संक्रमण में इजाफा हो रहा है। देश में जहां कोरोना संक्रमण के आंकड़े 1000 से नीचे चल रहे थे, अब उनमें अचानक उछाल देखा जा रहा है। पिछले 24 घंटों की बात करें तो भारत में कोरोना के 2183 नये मामले सामने आए हैं। सबसे बड़ी बात यह की इस दौरान 214 लोगों की मौत भी हुई है। हालांकि पिछले 24 घंटे में 1985 मरीज ठीक भी हुए हैं। एक दिन पहले यानी रविवार को कोरोना संक्रमण के 1,150 नए मामले सामने आए थे। यानी एक दिन में ही कोरोना संक्रमण के मामले लगभग दोगुने हो गये।
अगर कोरोना संक्रमण के आंकड़े इसी तरह बढ़ते रहे तो अंदेशा है कि IIT कानपुर के विशेषज्ञों द्वारा जून के महीने से कोरोना के चौथे लहर की भविष्यवाणी सच साबित न हो जाये। IIT कानपुर के विशेषज्ञों की भविष्यवाणी है कि जून के मध्य से देश में कोरोना की चौथी लहर की शुरुआत हो जायेगी। जो करीब चार महीने तक चलेगी। चौथी लहर अक्टूबर महीने के मध्य में अपने पीक पर होगी। अगर ऐसा है तो सभी के लिए अभी से सावधान हो जाने का वक्त है। जैसा कि माना जा रहा है कोरोना की चौथी लहर की वजह कोरोना का नया वेरिएंट XE बनने वाला है। जिसके बारे में कहा जा रहा है कि इसकी प्रसार क्षमता म्यूटेंट B.1 से 10 गुणा ज्यादा है। लेकिन इसकी घातकता को लेकर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय पहले ही आश्वस्त कर चुका है कि नए स्वरूप को लेकर घबराने की कोई बात नहीं है, यह घातक नहीं है।
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